यूपी

मोदी की सौभाग्य योजना को मुंह चिढ़ा रहा अंधेरे में जी रहा गोंडा का यह गांव

Share now

लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन, विधायक के खिलाफ लगाये नारे
सुशील तिवारी, गोंडा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही सौभाग्य योजना के तहत देशभर के हर गांव में बिजली का दावा कर रहे हों लेकिन देश के कई इलाके अभी बिजली से महरूम हैं| ऐसा ही एक गांव उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के खरगोन चांदपुर के साथ बेलवा नोहर गुलाम पूर्व है| इस गांव में आज तक बिजली नहीं पहुंच पाई है| प्रधानमंत्री ने जब देशभर के गांव को बिजली से रोशन करने का दावा किया तो इस गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा| लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने हमारा मजाक बनाकर रख दिया है| वर्षों से हम विद्युतीकरण की मांग कर रहे हैं लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं| उनका कहना था कि बिजली ना होने से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है| रोशनी के अभाव में आज भी यहां बच्चे लालटेन और चिराग जलाकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं| भीषण गर्मी में हालात और भी बुरे हो जाते हैं| नेता जी चुनाव में हाथ जोड़कर वोट मांगने तो आ जाते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई नजर नहीं आता| लोगों के पास मोबाइल तो हैं लेकिन उन्हें चार्ज करने के लिए बिजली नहीं है| आस पड़ोस के गांव में जाकर मोबाइल चार्ज करने पड़ते हैं| उन्होंने कहा ना तो ग्राम प्रधान ने कभी इस ओर ध्यान दिया है और ना ही विधायक ने इस गांव की दशा सुधारने की जरूरत समझी|

अंधेरे में जिंदगी गुजार रहे इन गांव के लोगों ने हाथों में चिराग और लालटेन लेकर मुखिया और विधायक के खिलाफ जमकर नारे लगाए| उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी और मोदी में चुनावी सभाओं में वादा किया था कि हम देश के हर गांव में बिजली पहुंचाएंगे लेकिन चुनाव जीतने के बाद दोनों ही घोड़े बेच कर सो रहे हैं| उन्होंने कहा कि आज पूरा देश जहां डिजिटलीकरण की ओर आगे बढ़ रहा है, दुनिया हाईटेक हो रही है, वही हमारे बच्चे लालटेन की रोशनी में उज्ज्वल भविष्य के सपने बुन रहे हैं| उन्होंने योगी और मोदी से पूछा कि वह बताएं कि क्या इन परिस्थितियों में हमारे बच्चों का भविष्य उज्जवल हो पाएगा| क्या हमारी बच्चे उन शहरी बच्चों की बराबरी कर पाएंगे जो संसाधनों के बीच पल पढ़ रहे हैं? जब हमारी बच्ची उस काबिल नहीं बन पाएंगे तो फिर उन्हीं रोजगार कैसे मिलेगा? अगर उन्हें रोजगार नहीं मिलेगा तो इसकी क्या गारंटी है कि वो अपराधी नहीं बनेंगे?


लोगों का कहना था कि बात सिर्फ बिजली या सुख सुविधा की नहीं है बिजली की आवश्यकता बच्चों का भविष्य बनाने के लिए सबसे जरूरी है| आज इंटरनेट का जमाना है| एक क्लिक पर दुनिया भर की जानकारी मौजूद है लेकिन जब लाइट ही नहीं है तो हमारे बच्चों को यह जानकारी कैसे मिलेगी? बिजली के अभाव में इन गांवों के विकास हिंदुओं की जिंदगी को नर्क से भी बदतर बना दिया है| सुनहरा कल यहां के मासूम बच्चों के लिए एक सपना बन कर रह गया है| विरोध प्रदर्शन करने वालों में अजय कुमार, राम, रामदास, मणि राम, अशोक कुमार कमलेश काजल जय शंकर पाली समेत बड़ी संख्या में अन्य ग्रामीण शामिल हैं|

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *