पंजाब

26 साल से नहीं मिला जालंधर नॉर्थ और वेस्ट हलके को कांग्रेस जिला प्रधान का पद, अब मिलेगा!

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नीरज सिसौदिया, जालंधर
जालंधर शहरी जिला प्रधान बनने के लिए दावेदार अपना जोर लगा रहे हैं| दिलचस्प बात यह है कि पिछले 26 वर्षों से जालंधर शहरी कांग्रेस जिला प्रधान का पद या तो कैंट विधानसभा क्षेत्र के नेता के खाते में गया है या फिर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र से शहरी जिला प्रधान चुना गया है| जालंधर नार्थ और वेस्ट विधानसभा क्षेत्र को इसमें जगह नहीं मिली है|
माना जा रहा है कि इस बार हाईकमान 26 साल का इतिहास बदलने की तैयारी कर रहा है| इस बार जालंधर वेस्ट विधानसभा क्षेत्र से एक ऐसा मजबूत दावेदार मैदान में है जिसे जालंधर नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र के विधायक का भी समर्थन प्राप्त है| यही वजह है कि 26 साल का इतिहास बदलने की उम्मीद जाग उठी है|

बलराज ठाकुर

इतिहास पर गौर करें तो वर्ष 1992 में विजय खुल्लर कांग्रेस के शहरी जिला प्रधान बने थे| खुल्लर कैंट विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखते थे| खुल्लर के बाद यह पद मोहिंदर सिंह केपी के खाते में आया| केपी भी कैंट विधानसभा क्षेत्र से ही ताल्लुक रखते हैं| केपी के बाद भी यह पद कैंट विधानसभा क्षेत्र से ही ताल्लुक रखने वाले इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन तेजिंदर बिट्टू के खाते में गया| बिट्टू के बाद पूर्व विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजकुमार गुप्ता को शहरी जिला प्रधान बनाया गया| गुप्ता सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखते थे| गुप्ता के बाद एक बार फिर शहरी जिला प्रधान का ताज कैंट विधानसभा क्षेत्र के खाते में गया| इस बार अरुण वालिया को जिला प्रधान बनाया गया| अरुण वालिया के बाद फिर से जिला प्रधान का पद सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र के खाते में गया और राजेंद्र बेरी प्रधान बनाए गए| बेरी के विधायक बनने के बाद जिला प्रधान के पद को लेकर काफी खींचतान चली लेकिन दलजीत सिंह आहलूवालिया बाजी मार ले गए और एक बार फिर शहरी जिला प्रधान का पद कैंट विधानसभा क्षेत्र के खाते में गया|

मनोज अरोड़ा

दिलचस्प बात यह है कि इस बार भी कांग्रेस के शहरी जिला प्रधान के लिए जिन तीन नामों की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है उनमें भी दो चेहरे कैंट विधानसभा क्षेत्र से ही ताल्लुक रखते हैं| इनमें एक हैं दिग्गज कांग्रेस नेता मनोज अरोड़ा तो दूसरे पार्षद बलराज ठाकुर हैं| यह दोनों ही दावेवार कैंट विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं| लेकिन इस बार इन्हें टक्कर दे रहे हैं जालंधर वेस्ट विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद बलदेव सिंह देव| देव की दावेदारी इसलिए भी और अधिक मजबूत हो जाती है क्योंकि वह वेस्ट विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखने के साथ ही नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र के विधायक बावा हेनरी और पूर्व मंत्री अवतार हेनरी के करीबी हैं| साथ ही जलंधर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेंद्र बेरी का भी उन्हें समर्थन प्राप्त है| देव के रास्ते में अगर कोई बाधा आ सकती है तो वह हैं वेस्ट के विधायक सुशील कुमार रिंकू| रिंकू और बलदेव सिंह देव के बीच शीत युद्ध जैसे हालात हैं| बलदेव सिंह देव एक बार खुलकर रिंकू का विरोध भी कर चुके हैं| हालांकि, यह विरोध बहुत बड़े पैमाने पर नहीं था| वहीं, वेस्ट से कोई और कांग्रेस जिला प्रधान का दावेदार फिलहाल शहरी जिला प्रधान की दौड़ में शामिल नजर नहीं आ रहा| ऐसे में रिंकू का विरोध कितना असर दिखा पाएगा यह कहना मुश्किल है| कांग्रेस नेताओं की मांग है कि इस बार वेस्ट विधानसभा हलके या नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र से ही कांग्रेस का जिला प्रधान चुना जाए| इतना ही नहीं सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस विधायक बावी हेनरी और राजेंद्र बेरी भी यही चाहते हैं| नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र से कोई भी मजबूत दावेदार जिला प्रधान की दौड़ में नहीं है| इसलिए बलदेव सिंह देव का दावा और मजबूत हो जाता है| अगर इस बार कांग्रेस हाईकमान जालंधर नार्थ और वेस्ट विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा नहीं करता है तो शहरी जिला प्रधान का ताज बलदेव सिंह देव के खाते में ही जाएगा| इसके उलट अगर हाईकमान उक्त दोनों विधानसभा क्षेत्रों की उपेक्षा कर दोबारा कैंट विधानसभा क्षेत्र से ही शहरी जिला प्रधान चुनता है तो नार्थ और वेस्ट विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की गुटबाजी चरम पर आ जाएगी और इन इलाकों में कांग्रेस की स्थिति मजबूत होने की बजाय और कमजोर हो जाएगी|

संजय सहगल

कांग्रेस की आरटीआई सेल के पंजाब के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट संजय सहगल कहते हैं कि 1992 से मैं कांग्रेस के साथ जुड़ा हूं| तब से काफी बदलाव देखता आ रहा हूं| कई उतार-चढ़ाव भी देखे हैं लेकिन सबसे हैरान कर देने वाली बात यह रही कि कांग्रेस का शहरी जिला प्रधान अब तक सिर्फ जालंधर कैंट विधानसभा क्षेत्र और सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र से ही चुना गया है| सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र से सिर्फ दो बार राजेंद्र बेरी और राजकुमार गुप्ता को जिला प्रधान बनाया गया जबकि बाकी समय कैंट विधानसभा क्षेत्र के नेताओं का ही वर्चस्व रहा| यही वजह है कि वेस्ट और नार्थ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता खुद को उपेक्षित महसूस करते हैं| संजय सहगल ने इस बार बदलाव की उम्मीद जताई है| बहरहाल कांग्रेस शहरी जिला प्रधान की घोषणा जल्द ही हो जाएगी| जिला प्रधान का ताज किसके सिर सजता है यह तो हाईकमान ही तय करेगा| फिलहाल सभी को कांग्रेस के नए शहरी जिला प्रधान का बेसब्री से इंतजार है|

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