झारखण्ड

डीवीसी बी प्लांट से कोयले की कमी के कारण उत्पादन ठप

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रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम डीवीसी बोकारो ताप विधुत केंद्र के बी प्लांट से कोयले की कमी कारण पुरी तरह से बिजली उत्पादन तीन दिन से ठप है। नये ए प्लांट से निरंतर उत्पादन जारी है। इस संबंध में अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि प्रतिदिन रैक से कोयला की आपर्ति नहीं हो रहीं है। सप्ताह में दो से तीन रैक कोयला बोकारो थर्मल पावर प्लांट पहुंच रहा है। 500 मेगावाट के नये प्लांट को चलाने के लिए प्रतिदिन 7 हजार टन की कोयले की खपत है और एक रैक में 35 सौ टन कोयला ही आता है। बी प्लांट की 210 मेगावाट की तीन नंबर यूनिट को चलाने में हर दिन 3 हजार टन की खपत होती है। बताया जाता है कि सीसीएल से नियमित रूप से कोयला प्लांट को नही मिलना भी बी प्लांट को बंद करना एक कारण प्रबंधन मानती है। इसके अलावे सड़क मार्ग से भी कोयला की आपूर्ति 17 दिन से बंद है। डीवीसी की बिजली बड़ा हिस्सा बिहार, दिल्ली, पंजाब, मुंबई सहित रेलवे , सीसीएल और झारखंड सरकार को बेचा जाता है। इसके अलावे सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों व कल कारखानों को भी डीवीसी बिजली देती है। जबकि अन्य थर्मल पावर प्लांट की बिजली बोकारो जिला की उपेक्षा कर दूसरे राज्यों में भेजी जा रही है। बताया जाता है कि प्लांट के कोल यार्ड में चार से पांच दिन का कोयला बचा हैं। नये प्लांट को प्रबंधन अगर फुल लोड़ में चलाऐगा, तो दो दिन में ही स्टाॅक का कोयला खत्म हो जायेगा। इधर, डीवीसी के सात पावर प्लांटों से 3807 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। डीवीसी के दोनो हाइडल प्लांटों से भी पुरी तरह उत्पादन ठप है। बोकारो थर्मल के नये ए प्लांट से 441 मेगावाट, चंद्रपुरा के सात नंबर यूनिट से 232, आठ नंबर यूनिट से 227, दुर्गापुर अंडाल के एक नंबर यूनिट से 363, दो नंबर यूनिट से 359, दुर्गापुर के 4 नंबर यूनिट से 133, कोडरमा के एक नंबर यूनिट से 356, मीजिया पावर प्लांट के एक नंबर यूनिट से 157, दो नंबर यूनिट से 171, पांच नंबर यूनिट से 181, सात नंबर यूनिट से 403, आठ नंबर यूनिट से 423 मेगावाट व रघुनाथपुर पावर प्लांट के दो नंबर यूनिट से 360 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा रहा है। वर्जन, मुख्य अभियंता निखिल चैधरी ने कहा कि कोयला की कमी कारण बी प्लांट के तीन नंबर यूनिट से बिजली उत्पादन बंद है।

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