नीरज सिसौदिया, जालंधर
नगर निगम के अफसर विकास कार्यों की फाइल किस तरह से लटका आते हैं इसका उदाहरण आज उस वक्त देखने को मिला जब एटीपी हेड क्वार्टर लखबीर सिंह ने पार्षद सुच्चा सिंह के इलाके में सीवर डालने की फाइल को लटका दिया.
बता दें कि जनक नगर में सीवर डालने के लिए वाटर सप्लाई ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस की ओर से बिल्डिंग ब्रांच से यह रिकॉर्ड मांगा गया कि उक्त कॉलोनी वैध है अथवा अवैध| यह जिम्मेदारी बिल्डिंग ब्रांच की होती है कि वह ड्राफ्टमैन से बाकायदा रिकॉर्ड चेक कराए और सही जानकारी मुहैया कराए ताकि नियमानुसार सीवर डाला जा सके क्योंकि पूरे शहर का रिकॉर्ड ड्राइंग ब्रांच के पास होता है| अत: यह जिम्मेदारी एटीपी हेड क्वार्टर लखबीर सिंह की बनती थी| इसके बावजूद एटीपी लखबीर सिंह ने फाइल लटकाने के लिए उस फाइल पर यह नोट डाल दिया कि ओएंडएम सेल में भी ड्राफ्टमैन है उसी से रिकॉर्ड चेक कराया जाए| लखबीर सिंह यह भूल गए हैं कि उनके अंडर में 5 ड्राफ्टमैन काम कर रहे हैं जिनके पास पूरे शहर का रिकॉर्ड है| ऐसे में दूसरी ब्रांच के ड्राफ्टमैन पर अतिरिक्त बोझ डालना कहां तक जायज है| खासकर उस पर जो कि पूरी o&m सेल में अकेला ही है|
नियमानुसार, बिल्डिंग ब्रांच के ड्राफ्टमैन के पास ही पूरे शहर का रिकॉर्ड रहता है| ऐसे में ओएंडएम सेल के ड्राफ्टमैन से रिकॉर्ड चेक कराना बेहद हास्यास्पद और जानबूझकर फाइल को लटकाने का काम प्रतीत होता है| दिलचस्प बात यह है कि यह यह फाइल निगम हाउस में पास की जानी है.