नीरज सिसौदिया, जालंधर
नगर निगम के अधिकारियों ने माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों का मजाक बनाकर रख दिया है| लगभग साल भर होने को है लेकिन नया बाजार की सभी दुकानों पर से अवैध कब से नहीं हटाए जा सके हैं। इससे उन दुकानदारों में रोष है जिनकी अवैध तब से नगर निगम ने लगभग साल भर पहले ही गिरा दिए थे|
बता दें कि जब नगर निगम में जय इंदर सिंह ज्वाइंट कमिश्नर थे तो हाईकोर्ट ने नया बाजार में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया था| इस आदेश के तहत नया बाजार की लगभग 90 से भी अधिक दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की जानी थी| अपने कार्यकाल के दौरान जय इंदर सिंह ने लगभग 70 से भी अधिक अवैध दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की और हाईकोर्ट के आदेशों पर पालन किया लेकिन उस वक्त 11 दुकानदार हाई कोर्ट की शरण में चले गए थे जिस कारण उन पर कार्रवाई नहीं हो सकी थी| बाद में दुकानदारों को हाईकोर्ट से भी राहत नहीं मिली लेकिन तब तक जयेंद्र सिंह का तबादला कर दिया गया था| इसके बाद शिखा भगत और आशिका जैन ज्वाइंट कमिश्नर बनी लेकिन नया बाजार की 11 अवैध दुकानों पर अब भी डिच नहीं चलाई गई है। सूत्र बताते हैं कि अब एक पार्षद ने मोटी रकम वसूल कर के इन दुकानदारों से यह वादा किया है कि दुकानों का जो अवैध कब्जा है उसे हाउस में प्रस्ताव के रूप में लाकर वह दुकानदारों के ही सुपुर्द कर दिया जाएगा|
हैरानी की बात तो यह है कि दुनिया में ऐसा कोई भी कानून भारत में नहीं है जिसके तहत सड़क ही बेच डाली जाए| अब अगर ऐसा कोई प्रस्ताव नगर निगम हाउस की बैठक में पास किया जाता है तो यह पूरी तरह से कानून का उल्लंघन होगा| सबसे ज्यादा विपरीत प्रभाव निगम की लापरवाही से जो पड़ रहा है वह यह है कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों पर अमल में इतनी देर क्यों की जा रही है| जब इस मसले पर हाईकोर्ट में पिछले दिनों सुनवाई होनी थी तो उससे पहले नगर निगम की टीम विच लेकर नया बाजार इन 11 अवैध दुकानों के कब्जे हटाने गई थी लेकिन उस वक्त 4 दिन का अल्टीमेटम देकर वापस लौट आई थी| अब हाईकोर्ट में 1 जनवरी की तारीख सुनवाई के लिए मुकर्रर की गई है| वही नगर निगम के चार दिन के अल्टीमेटम को 40 दिन से भी अधिक हो गया है लेकिन निगम के अधिकारी कार्यवाही करने को तैयार नहीं है| शायद यह अधिकारी अब हाई कोर्ट की नई तारीख का इंतजार कर रहे हैं और सियासत दान अपना उल्लू सीधा करने के लिए यह प्रस्ताव नगर निगम हाउस की बैठक में पास कराने की तैयारी कर रहे हैं|