रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
आजसू सुप्रीमो व पूर्व डिप्टी सीएम सुदेश कुमार महतो ने कहा कि पंचायत से लेकर राज्य तक अपना हक-अधिकार के लिए जनता को अपनी आवाज बुलंद करनी होगी। मेरी सोच और मेरा सपना है कि झारखड़ियों को अपना स्वराज स्वभिमान बना रहें। इसलिए राजनीति से जुड़कर झारखंड की आवाज नयी धार दें। शनिवार को स्वराज स्वाभिमान यात्रा के आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो बोकारो थर्मल पहुंचे। इस दौरान गोबिंदपुर ई व एफ पंचायत में चैपाल को संबोधित करते उक्त बातें उन्होंने कही। उन्होंने कहा कि राज्य के राजनीति में आऊटसोर्सिग हो गया। अपने वजूद की इस लडाई में आगे आकर लड़ना होगा। ग्राम सभा और पांरपारिक व्यवस्था की मजबूती पर मंथन की जरूरत है।
यात्रा के दौरान आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने स्थानीय झारखंड चैक स्थित वीर बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। स्वराज स्वभिमान यात्रा गोबिंदपुर ई पंचायत से शुरूआत की गयी। यहां पर महिलाओं व पुरूषों ने सुदेश महतो को पांरपारिक तरीके से स्वागत किया। यात्रा में पुरूषों के अलावे काफी संख्या में महिलाऐं शामिल थी।
राजाबाजार में आजसू प्रखंडध्यक्ष मंजुर आलम के आवास में उनको 51 किलो का माला पहनाकर स्वागत किया गया। यात्रा के क्रम में टुंडी विधायक राजकिशोर महतो, आजसू के केंद्रीय महासचिव डाॅ. लंबोदर महतो, केंद्रीय प्रक्वता डाॅ. देवशरण भगत, केंद्रीय सचिव संतोष कुमार महतो, मांडु विस प्रभारी तिवारी महतो, जिप सदस्य नवीन कुमार महतो, प्रखंडध्यक्ष मंजुर आलम, बुच्चू सिंह, सुरेश कुमार महतो, मनोज कुमार, महेश महतो, महेश कुमार महतो सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
पूर्व डिप्टी सीएम के समक्ष ग्रामीणों ने पंचायत की मुखियाओं की पोल खोली
ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत के मुखिया ग्राम सभा की जानकारी आमलोगों को नहीं जाती है। यहां तक की वार्ड सदस्यों को भी सुचना नही दी जाती है। गोविंदपुर ई पंचायत वार्ड सदस्या ने कहा कि सिर्फ योजनाओं का शिलान्यास के वक्त ही जानकारी दी जाती है। कई पंचायतों में महिला मुखिया है, लेकिन मुखिया के पति सरकारी बावुओं के साथ मिलकर योजनाओं का पारित करते है।
सुदेश की एक झलक पाने की बेताब दिखे युवा
पूर्व डिप्टी सीएम व आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो बोकारो थर्मल आने की सुचना पर उनकी झलक पाने को युवा वर्ग बेताब दिखे। सुबह से ही गोबिंदपुर व राजाबाजार में काफी संख्या में युवाओं की भीड़ जुटने लगी थी। 11 बजे आजसू सुप्रीमो गोबिंदपुर पहंचे और चैपाल में बारी-बारी से सबकी बातों को सुने। इस दौरान हर युवा उनसे मिलने के लिए की स्थानीय नेताओं से फरियाद कर मिलें।