नीरज सिसौदिया, जालंधर
शहर में आज नगर कीर्तन धूमधाम से निकाला गया। जगह-जगह नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया गया। लोगों ने जगह-जगह पर लंगरलगाए और फूलवर्षा से नगर कीर्तन का स्वागत किया। इस दौरान अकाली दल की ओर से पटेल चौक पर मंच सजाया गया था जहां जालंधर वेस्ट के कांग्रेस विधायक सुशील कुमार रिंकू और मेयर जगदीश राज राजा को अकाली दल के वरिष्ठ नेता और विधायक पवन कुमार टीनू व प्रबंधन समिति की ओर से सिरोपा पहनाकर स्वागत किया गया। वहीं, अकाली दल के जिला प्रधान सरदार कुलवंत सिंह मन्नन, अकाली दल के पूर्व जिला प्रधान गुरचरण सिंह चन्नी और कई वरिष्ठ नेता मौके पर मौजूद नहीं थे। कई वरिष्ठ अकाली नेताओं की गैरमौजूदगी के बीच कांग्रेस नेताओं के सम्मान ने जालंधर की सियासत में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, सुशील रिंकू और जगदीश राज राजा नगर कीर्तन के अकाली दल के मंच स्थल पर पहुंचने से पहले ही मौके से चले गए थे। जिस वक्त सुशील कुमार रिंकू और जगदीश राजा का सम्मान किया जा रहा था उसी दौरान पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता अवतार हैनरी अपनी गाड़ी में बैठकर मंच के बगल से गुजरे थे।
इस मौके पर विधायक सुशील कुमार रिंकू ने अकाली दल का धन्यवाद अदा करते हुए गुरुओं के बलिदान को नमन किया। वरिष्ठ अकाली नेता अमरजीत सिंह किशनपुरा मंच की व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे थे।
वहीं, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व पार्षद अश्विनी भंडारी एवं माई हीरां गेट मार्केट एसोसिएशन की ओर से नगर कीर्तन में शामिल श्रद्धालुओं के लिए हलवे का लंगर लगाया गया। अश्विनी भंडारी अपने साथियों के साथ लंगर बांट रहे थे। उन्होंने गुरुओं के बलिदान को याद करते हुए कहा कि गुरुओं की बदौलत ही हमें आजादी मिली है। उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। हमें गुरुओं के बताए मार्ग पर चलकर जीवन सार्थक बनाना चाहिए। लंगर में भाजपा जिला प्रधान रमन पब्बी के भाई विवेक पब्बी, अविनाश राय चड्ढा,स्टैंडर्ड पेन राजबीर सिंह और अन्य ने सहयोग किया।
अकाली दल के मंच पर अमरजीत सिंह मिट्ठा, कमलजीत सिंह भाटिया, गुरजीत सिंह मरवाहा, गुरजीत सिंह पोपली, सुच्चा सिंह, अमरजीत सिंह किशनपुरा आदि मौजूद थे।
हजारों लोगों का हुजूम उमड़ा
दशम पातशाह गुरु गोविंद सिंह के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में, जालंधर में नगर कीर्तन धूमधाम से निकाला गया। नगर कीर्तन की अगुवाई पंच प्यारे कर रहे थे। इसमें नन्हें मुन्ने बच्चे आकर्षक वेशभूषा में, घोड़े पर सवार होकर निकले। गुरु साहिब की पालकी के आगे पीछे, हजारों श्रद्धालु चल रहे थे। हाथी और घोड़े नगर कीर्तन का मुख्य आकर्षण थे। जगह-जगह पुष्प वर्षा से नगर कीर्तन का स्वागत किया गया। गुरु का प्रसाद लेने वालों की भीड़ लगी रही। नगर कीर्तन सोढल से शुरू होकर, माईहीरां गेट होते हुए गुरुनानक मिशन चौक की तरफ आगे बढ़ा।
नगर कीर्तन में बैंड बाजों के साथ, गतका पार्टी के लोग मनमोहक करतब से सभी का मन मोह रहे थे। गाड़ियों में भरकर, श्रद्धालु नगर कीर्तन में पहुंचे थे। वहीं, पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से पुख्ता इंतजाम किये हुए थे। नगर कीर्तन के मार्ग पर, आम जनता की आवाजाही पूरी तरह से बंद रखी गई थी। चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात थी। बाजार की कई दुकानें बंद रहीं।