नई दिल्ली : वैलंटाइन्स डे के मौके पर मनोवैज्ञानिक और मानसिक स्वास्थ्य के केंद्र हैप्पीनेस स्टूडियो में ग्रैटीट्यूड और माइंडफुलनेस मेडिटेशन के एक विशेष सत्र का आयोजन किया। इसे डॉ. भावना बर्मी ने निर्देशित किया। आप एक क्लिनिकल और चाइल्ड साइकोलिस्ट तथा रिलेशनशिप थेरापिस्ट हैं और आपके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त थेरापिस्ट हैं।
हैप्पीनेस स्टूडियो की संस्थापक डॉ. बरमी ने कहा, “कार्यशाला का दर्शन ग्रैटीट्यूट (आभार) को महसूस करना था जो शांति, खुशी, सकारात्मकता और करीबी संबंधों के सच्चे गेटवे के रूप में है। हमारे थेरापिस्ट्स ने भागीदारों में प्यार और आभार का बीज बोना संभव किया। यह स्नेह और प्रशिक्षण के साथ किया गया और इसके लिए माध्यम था प्रकृति के बीच पौधारोपण अभियान और मेडिटेशन।
सत्र के लिए 100 से ज्यादा भागीदार एकत्र हुए। इनमें जोड़े, परिवार और बच्चे शामिल हैं। भाग लेने वाले आराम कर पाए और मेडिटेशन सत्र के बाद ज्यादा जीवंत और नई ताजगी
महसूस की। मजबूत भावनाएं जैसे गुस्सा और तकलीफ को सरलता से प्रोसेस किया गया
और इसमें प्रकृति का साथ लिया गया। कई लोगों के लिए तो पौधे लगाने का सामान्य
सा काम आराम देने वाला और प्रेरक था।
चिकित्सीय प्रैक्टिस के 25 वर्षों बाद डॉ. भावना बर्मी ने 2018 में हैप्पीनेस स्टूडियो की
स्थापना की। और स्थापना के समय से ही यह केंद्र समकालीन थेराप्यूटिक फ्रेमवर्क को
साइकोथेरापी और कौनसेलिंग में नए तरीके के रूप में पेश करने में अग्रणी है। इस केंद्र में
एक थेराप्यूटिक स्पेस है जिसमें प्रकृति आधारित इमर्सन और अनुभव एकीकृत हैं। इसके अलावा यहां अभिव्यक्त करने वाले और गैर वार्ता आधारित थेरापी जैसे नैरेटिव, म्युजिक, डांस, मूवमेंट, आर्ट आधारित और ऑक्यूपेशनल थेरापी शामिल है। बेहद खास और व्यैक्तिक तरीका आपको अपने बारे में जानने की आपकी यात्रा में साथ देता है.
इसके जरिए मानसिक स्वास्थ्य के पुराने मामलों की विस्तृत रेंज का उपचार किया जाता है। इनमें नैरेटिव, म्युजिक, डांस, मूवमेंट, कला आधारित और ऑक्यूपेशनल थेरापी का उपयोग शामिल है।
डॉ. बरमी ने आगे कहा, “हमारा लक्ष्य एक अभिनव लेकिन वैज्ञानिक तौर पर जाने-माने रूप की थेरापी का विकास करना है जो अच्छे मानसिक स्वास्थ्य संतुलन के लिए समग्रतरीके के रूप में है। मानसिक स्वास्थ्य में प्रकृति और कला को शामिल करके हम
भावनात्मक स्वास्थ्य और खुशी को बेहतर करने के अपने मिशन के करीब है।”
हैप्पीनेस स्टूडियो की स्थापना 2018 में हुई थी और यह मनोविज्ञान के क्षेत्र में डॉ. भावना
बर्मी के 25+ वर्षों के अनुभव का मेल है। यह मानसिक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य का केंद्र है जो लोगों को ठीक होने, बदलने और फलने-फूलने का प्रभावी तरीके बताने पर केंद्रित है।
डॉ. भावना बर्मी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यताप्राप्त मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर, लेखक,
व्याख्याता और लोक वक्ता हैं जिन्हें मनोविज्ञान के क्षेत्र में 25 साल का सघन अनुभव है। आप फोर्टिस एस्कॉर्ट हार्ट इंस्टीट्यूट में मनोवैज्ञानिक सेवाओं की प्रमुख हैं। आप माइंडट्रैक कीको डायरेक्टर और साईकेयर की सहसंस्थापक हैं। दोनों भारत के प्रमुख मानसिक स्वास्थ्य
केंद्र हैं। आप पालतू जानवरों के अपने किस्म के अनूठे वेलनेस सेंटर पॉसम की भी
सहसंस्थापक हैं और एक प्रशिक्षित हिप्नोथेरापिस्ट, एक एनएलपी मास्टर प्रैक्टिसनर और एक प्रमाणित एडवांस लाइफ कोच हैं। आप कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करचुकी हैं और दुनिया भर में हुए भिन्न कांफ्रेंस में अनुसंधान पत्र प्रस्तुत कर चुकी हैं।