नीरज पांडे, नई दिल्ली
हरियाणा लोक सेवा आयोग में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ आज पंचकुला में अभ्यर्थियों ने हल्लाबोल प्रदर्शन किया। इन अनियमितताओं के खिलाफ अभ्यर्थी लंबे समय से अपना विरोध सोशल मीडिया के माध्यम से दर्ज करवा रहे थे। पत्र लिख कर आयोग को अपनी परेशानी के बारे में भी बताया था। आज वो असंतोष अभ्यर्थियों को सड़कों पर आने के लिए मजबूर कर दिया।
बेरोज़गारी के खिलाफ चल रहे राष्ट्रीय आंदोलन युवा हल्लाबोल ने भी अभ्यर्थियों के समर्थन में आते हुए आयोग के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया।
युवा हल्लाबोल आंदोलन के नेशनल कोऑर्डिनेटर गोविन्द मिश्रा ने कहा कि “एक सफाई अभियान हरियाणा लोक सेवा आयोग के लिए भी होनी चाहिए। अब इस आयोग की हर परीक्षा में धांधलियों का एक नया क़िस्सा सामने आ रहा है। ये दर्शाता है कि प्रदेश सरकार युवाओं के भविष्य के प्रति कितनी असंवेदनशील है।”
बताते चलें कि हरियाणा सरकार ने हाल ही में हुए असिस्टेंट प्रोफेसर मैथ, संस्कृत, फिजिक्स व साइकोलॉजी की 2016-17 में कराई गई परीक्षा को रद्द कर दिया है। क्योंकि प्रश्न पत्र में बहुत ही ज्यादा गलतियां थी इसी तरह कोर्ट ने असिस्टेंट प्रोफेसर हिंदी और जियोग्राफी की भर्ती प्रक्रिया पर स्टे लगा दिया है।
हाल ही में असिस्टेंट प्रोफेसर एग्जाम इंग्लिश विषय का जो 2019 में कराया गया था को भी कैंसिल कर दिया गया है क्योंकि परीक्षा का प्रश्न पत्र यूजीसी नेट 2007 का पेपर उठाकर दे दिया था।
इसी तरह असिस्टेंट प्रोफेसर ज्योग्राफी में भी अनियमितताएं पाई गई है जिसमें एक कि लाइन के काफी रोल नंबर का सिलेक्शन हुआ है।
असिस्टेंट प्रोफेसर कॉमर्स में 80% कैंडिडेट जिनका सिलेक्शन हुआ है वह जीजेयू यूनिवर्सिटी हिसार के ही हैं।
असिस्टेंट प्रोफेसर मैथमेटिक्स में भी 57 कैंडिडेट ऐसे हैं जिनके रोल नंबर एक दूसरे के आसपास है।
नायाब तहसीलदार का एग्जाम जो एचपीएससी द्वारा कराया जाता है वह भी लीक हो गया है।जिसको मीडिया ने अच्छी तरह से कवर किया था लेकिन हैरानी की बात यह है इसके बावजूद भी कमीशन ने उसका रिजल्ट घोषित कर दिया है।
एग्जीक्यूटिव ब्रांच का एग्जाम है जिसमें
??बायोमेट्रिक स्कैनिंग जो कि ग्रुप डी में भी कराई जाती है वहीं इस एग्जाम में कराई ही नहीं गई ।
?? कई जगह cctv कैमरें काम ही नहीं कर रहे थे।
??कई जगह पर थम्ब इंप्रेशन के लिए उपयोग की गई इंक परमानेंट वाली नहीं थी
??CSAT एग्जाम में इतनी ज्यादा गड़बड़ी है कि खुद बोर्ड ने भी इसे मानते हुए 11 क्वेश्चन को डिलीट कर दिया है।
??आठ क्वेश्चन के लिए दिए गए विकल्प में से दो उत्तर सही बताएं।
इसकी वजह से कोई भी विद्यार्थी फाइनल एग्जाम में अपने अंकों का अनुमान नहीं लगा पा रहा है।
प्रदर्शन में आई अभ्यर्थी स्वाति ने कहा कि आयोग की परीक्षाओं से पारदर्शिता खतम होती जा रही है, दिन रात मेहनत करके पढ़ाई करने बाद भी हम खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। आज हम बहुत मजबूर होकर न्याय की गुहार करते हुए सड़कों पर उतरे हैं।
युवा हल्ला बोल के अंकित त्यागी और हर्षित ने कहा कि हम अभ्यर्थियों के मेहनत के साथ हो रहे अन्याय की निंदा करते हैं। सरकार जल्द से जल्द छात्रों के मांग को पूरा करे और उक्त परीक्षाओं को कैंसिल कर दुबारा करवाये, वरना युवा हल्लाबोल प्रदेश भर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर होगा।