नीरज सिसौदिया, जालंधर
वैसे तो भारतीय जनता पार्टी सबसे अधिक संस्कारित पार्टी और उसके नेता सबसे अधिक संस्कारवान माने जाते हैं लेकिन अति उत्साह में भारतीय जनता पार्टी के कुछ युवा नेता ऐसी शर्मनाक हरकत कर बैठे हैं जो पार्टी के लिए बेहद शर्मनाक है| उनकी यह हरकत पार्टी को शर्मसार करने वाली है| युवा नेताओं की इस हरकत ने यह साबित कर दिया है कि पार्टी के संस्कार पुराने नेताओं के साथ ही खत्म होते जा रहे हैं| युवा नेताओं के पास स्वविवेक जैसी कोई चीज अब नहीं रह गई| भाजपा के ऐसी ही एक युवा नेता है रजाीव ढींगरा| राजीव धींगरा भाजपा जिला जालंधर के महामंत्री हैं| वह दो बार नगर निगम पार्षद का चुनाव भी लड़ चुके हैं लेकिन जीत नहीं पाए| ताजा मामला राजीव धींगरा से ही संबंधित है| राजीव धींगरा पार्टी के हर अभियान को आगे बढ़ाने में पूरा जोर लगा देते हैं ,यह सोचे बगैर कि जिस कार्य को वह कर रहे हैं वह सही है या गलत है अथवा उसका क्या संदेश आम जनता में जाएगा।
वैसे अक्सर आदर्शों की बातें करने वाले राजीव धींगरा ने इस बार पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व भाजपा नेत्री सुषमा स्वराज के निधन को उपहास बनाकर रख दिया है| सुषमा स्वराज के निधन के बाद राजीव धींगरा ने अपने फेसबुक अकाउंट से एक कार्टून शेयर किया है| इस कार्टून में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई और सुषमा स्वराज नजर आ रहे हैं| कार्टून में सुषमा स्वराज की एक हाथ में तिरंगा है और दूसरे हाथ में एक पोस्टर है जिसमें लिखा है आर्टिकल 370 की समाप्ति| इसमें अटल बिहारी वाजपेई बादलों पर बैठे नजर आ रहे हैं और वह सुषमा से पूछ रहे हैं की बहन तुम भी आ गई| जवाब में सुषमा उन्हें आर्टिकल 370 की समाप्ति लिखा पोस्टर दिखाते हुए कह रही हैं कि खबर ही ऐसी थी कि मैं आपको सुनाने के लिए खुद को रोक नहीं पाई|
अब सवाल यह उठता है कि 1 दिन पहले खुद को सुषमा स्वराज के निधन से गमगीन बताने वाले भाजपा नेताओं कागम एक दिन में ही हवा हो गया| जब पंजाब के विभिन्न सरकारी दफ्तरों में सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताते हुए आधे दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया था तब भाजपा महामंत्री राजीव धींगरा जैसे युवा नेता सुषमा स्वराज के निधन का इस तरह मजाक उड़ा रहे थे| क्या यही भाजपा की सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि है? क्या निधन के बाद भाजपा नेता अब इसी तरह सीनियर नेताओं को श्रद्धांजलि देंगे? ऐसी तो भारतीय जनता पार्टी की परंपरा कभी नहीं रही| क्या यह बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की देन है? या फिर अंधभक्ति में खुद को सबसे आगे और अलग दिखाने की होड़ ने भाजपा के युवा नेताओं की सोचने समझने की क्षमता भी खत्म कर दी है| बहरहाल यह परंपरा भारतीय जनता पार्टी के भविष्य के लिए अच्छी नहीं है| युवा भाजपा नेताओं को संघ से संस्कार और मर्यादित आचरण सीखने की आवश्यकता है| खासकर राजीव धींगरा जैसे नेताओं को जिन्हें जिला महामंत्री जैसे अहम पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है| इसके साथ ही सोशल मीडिया की उस नेशनल टीम को भी संस्कारों की शिक्षा देने की जरूरत है जो इंडिया फर्स्ट के पेज को संचालित कर रहे हैं|
देशभर में संस्कारों की शिक्षा बांटने का ढिंढोरा पीटने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक इकाई विद्या भारती को चाहिए कि वह थोड़ी सी संस्कारों की शिक्षा भाजपा के युवा नेताओं को भी दे| खासकर विद्या भारती पंजाब के आला अधिकारियों को इस दिशा में पहल करने की आवश्यकता है| अन्यथा सिफारिश के बूते पदाधिकारी बनने वाले युवा भाजपा नेता इसी तरह पार्टी की फजीहत करवाते रहेंगे|
इस संबंध में जब जिला भाजपा महामंत्री राजीव धींगरा से बात की गई तो उन्होंने बड़ा ही हैरान करने वाला जवाब दिया| उन्होंने कहा कि यह पोस्ट मैंने भारतीय जनता पार्टी के नेशनल टीम द्वारा संचालित किए जा रहे इंडिया फर्स्ट पेज से उठाया है| उस पर से यह पोस्ट डाउनलोड करने के बाद मैंने इसे शेयर किया है| उन्होंने कहा कि इस पेज पर जब यह पोस्ट पब्लिश की गई तो तब से लेकर अब तक इस पर 19लाख से भी अधिक लोग लाइक कर चुके हैं| जब उनसे यह पूछा गया कि इस तरह की पोस्ट करना क्या सुषमा स्वराज को सम्मान देना है अथवा नहीं तो उन्होंने इसका स्पष्ट जवाब ना देते हुए कहा कि आप मुझे अपना व्हाट्सएप नंबर सेंड कीजिए मैं अभी आपको इंडिया फर्स्ट कि वह पोस्ट सेंड करता हूं जहां से मैंने यह पोस्ट डाउनलोड की थी| इसके बाद उन्होंने हमें उस का स्क्रीनशॉट प्रोवाइड करवाया| यह बेहद हैरान करने वाला था कि भाजपा की नेशनल सोशल मीडिया टीम ने ही यह गलती की थी| हालांकि इस संबंध में जब भाजपा की नेशनल टीम से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया| इस संबंध में जब भारतीय जनता पार्टी के जालंधर जिला अध्यक्ष रमन पब्बी से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल नॉट रिकेबल आया| अगर वह चाहे तो हमें मोबाइल नंबर 75 280 22520 पर फोन करके अपना पक्ष दे सकते हैं| हम उसे भी प्रमुखता से प्रकाशित करेंगे|