सोहना, संजय राघव
सोहना नगरपरिषद् विभाग ने अपनी मनमानी चलाकर 11 दुकानदारों को जबरन बेदखल कर सभी को जेसीबी से ध्वस्त कर डाला| दुकानदार वर्षों से परिषद् दुकानों पर काबिज थे जो परिषद् विभाग को नियमित रूप से किराया का भुगतान भी कर रहे थे| किन्तु विभाग ने अवकाश होने के बावजूद उक्त दुकानों को जबरदस्ती अपने कर्मचारियों को भेजकर खाली करा डाला है तथा एक दुकानदार द्वारा अदालत में दायर याचिका के बावजूद भी उक्त दुकान को भी खाली करा दिया गया व तोड़ दिया गया | दुकानदारों का आरोप है कि विभाग ने दुकानों को खाली कराने का कोई प्रस्ताव आजतक भी पारित नहीं किया है और न ही कोई नोटिस भी जारी किया गया है| यह असंविधानिक कार्य विभाग अधिकारियों ने नेताओं व बिल्डरों को फायदा पहुँचाने के लिए किया गया है| वहीँ ऐसा होने से गरीब दुकानदार सड़क पर आ गए हैं| जिनको अपने परिवार के भरण-पोषण की चिंता सता रही है| सभी दुकानदार गरीब हैं|
शुक्रवार को दोपहर बाद कस्बे में उस वक्त बेचैनी फैल जब परिषद् विभाग की टीम ने अस्पताल मार्ग पर बनी मींट मार्किट 11 दुकानों को जबरन खाली करा दिया| उक्त दुकानें नगरपरिषद विभाग की थीं| इनको विभाग ने दुकानदारों को वर्षों पूर्व किराए पर दिया हुआ था| विभागीय टीम के अचानक पहुँचाने दुकानदारों में हडकंप मच गया| परिषद् कर्मचारियों ने आनन-फानन में दुकानों को खाली कर डाला| पीड़ित दुकानदार अपने सामन को ट्रैक्टरों में भरकर ले गए| एसी दुकानों में मीट, बैंड आदि का कार्य होता था| ऐसे दुकानदार वर्षों से काबिज थे| दुकानों को खाली कराने का काम देर शाम तक होता रहा व उसके बाद जेसीबी मंगा कर उन्हें तोड़ डाला l परिषद् कर्मचारियों ने दुकानों में लगे बिजली कनेक्शनों को भी जबरन काट डाला था|
ये दुकानदार हुए प्रभावित
नगरपरिषद विभाग द्वारा दुकानों को खाली कराए जाने से 11 दुकानदार प्रभावित हुए हैं| जिनमे कुक्की, अर्जुन, धर्मेंद्र, सुजान, हेमचंद, चतर, किरनपाल, हरिप्रताप, बद्री प्रसाद आदि शामिल हैं| बताते हैं कि ऐसे दुकानदारों को दुकान खाली कराने से पूर्व कोई नोटिस नहीं दिया गया था|
क्या कहते हैं अधिकारी
सोहना नगरपरिषद् के अधिकारी अजय पंगाल कहते हैं कि दुकानों की हालत जर्जर होने के कारण खाली कराया गया व उन्हें धवस्त कर दिया l इन जर्जर दुकानों से कभी भी हादसा हो सकता था l उन्होंने यह भी बताया कि अदालत द्वारा किसी प्रकार स्ते आदेश जारी नहीं किया गया है| उन्होंने यह भी बताया कि दुकानदारों को 24 घंटों के अन्दर दुकानें खाले कराने के नोटिस दिए गए थे|