सोहना, संजय राघव
सोहना कस्बे में भाजपा मंडल अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर बुलाई गई बैठक टांय-टांय फिस होकर रह गई| बैठक में किसी एक व्यक्ति पर सर्व सम्मति नहीं बन पाई| जिसके चलते चुनाव पर्यवेक्षक आवेदनों को लेकर वापस चली गई| उक्त पद को हथियाने के लिए सात सक्रिय भाजपा सदस्यों ने नामांकन दाखिल किया था| वहीं बैठक में एक वरिष्ठ सक्रिय कार्यकर्ता ने अपना त्याग पत्र जिला अध्यक्ष को सौंप दिया है| उक्त कार्यकर्ता ने सीनियर कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप लगाया है| बैठक में आगामी तिथि की घोषणा नहीं की गई है|
कस्बे में गुरुवार को भाजपा मंडल अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर सुबह से ही गहमा-गहमी थी| पार्टी ने चुनाव के लिए अनाज मंडी स्थित अग्रवाल धर्मशाला में बैठक बुलाई थी| जिसमें 59 बूथों के अध्यक्षों के अलावा काफी भाजपाइयों को भी आमंत्रित किया था| पार्टी द्वारा पर्यवेक्षक के रूप में विधायक सीमा त्रिखा को नियुक्त किया गया था| इसके अलावा उक्त बैठक में भाजपा जिला प्रधान भूपेंद्र चौहान, विधायक संजय सिंह, प्रदेश प्रवक्ता सूरजपाल अम्मू, मंडल प्रभारी राकेश यादव, जिला उपाध्यक्ष हरबीर सिंह आदि भी मौजूद थे| बैठक करीब 1 घंटे तक चली| शुरूआती दौर में बैठक में पहुँचे 40 बूथ अध्यक्षों का फूल-माला पहनाकर स्वागत किया गया था| तत्पश्चात चुनावी कार्यवाही शुरू की गई| जिसमें सात उम्मीदवारों क्रमशः मंडल उपाध्यक्ष राजकुमार सोलंकी, अनुज गुप्ता सोहना, गौरव चुघ सोहना, तय्यब हुसैन धुनेला जिला अध्यक्ष भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा, सतबीर सुथार मंडल महासचिव, ओमबीर भामला, विजय जांगड़ा ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया| पार्टी द्वारा 45 साल की आयु निर्धारित किए जाने से कई सीनियर सक्रिय कार्यकर्ता नामांकन दाखिल करने से वंचित रह गए थे| बैठक में उक्त पद के लिए आपसी सर्वसम्मति ना बनने के कारण चुनाव को टाल दिया गया| जिसकी तिथि निश्चित नहीं की गई है| सभी नामांकन पत्रों को पर्यवेक्षक अपने साथ लेकर लौट गई| वहीं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विधायक सीमा त्रिखा ने कहा कि कार्यकर्त्ता किसी भी पार्टी की रीढ़ की हड्डी होता है| जिसके बगैर पार्टी अधूरी है| कार्यकर्ताओं को सभी मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर पार्टी के हित में कार्य करना चाहिए| बैठक में कई उम्मीदवार अपने-अपने समर्थकों को भी साथ ले गए थे|
सीनियर कार्यकर्ता ने सौंपा इस्तीफा
आयोजित बैठक में एक सीनियर कार्यकर्त्ता राम बाबू गुप्ता ने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है| उन्होंने बताया कि वह तीस वर्षों से भाजपा के सक्रिय कार्यकर्त्ता हैं तथा करीब आधा दर्जन पदों पर रहकर पार्टी को सेवाएँ दे चुके हैं| किन्तु वर्तमान में पार्टी में सीनियर कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है| वहीं एक अन्य सीनियर कार्यकर्त्ता ने नाम न छापने की शर्त पर रौते हुए बतलाया कि अब उनका पार्टी से मोह भंग हो चुका है| उन्होंने पार्टी की अपने माता-पिता से भी ज्यादा सेवा की है| किन्तु पार्टी ने आज तक भी कोई तवज्जो नहीं दी है.
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