रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
ऊपरघाट के नौ पंचायत में प्रकृति पर्व करम पूजा बहुत ही धूमधाम से मनाई गई।
झारखंड में भाई-बहनों के प्यार का पर्व प्रकृति से जुड़ा पर्व है। भादो एकादशी को करमा पर्व पुरी निष्ठा के साथ बहनें मनाती है ऊपरघाट के सभी पंचायत के गांव टोले में जगह जगह जावा उठाते है और बहुत ही धूमधाम से करम पूजा मनाते सभी बहन,7 दिन पहले ही जावा उठा लेते है,और आज 7वा दिन में करम वृक्ष को पुजा की गई ,जावा उठाते ही बहन लोग लगातार करम का ध्यान रखते हुए रोज दिन सुबह शाम जावा को जगाते है 7वा दिन में पूरा धूम धाम से रात में पुजा करते हैं काफी उत्सव में रहते है।रात में सभी अखरो में गहदम झुमर का भी आयोजन किया जाता है जिसमें गाँव के सभी महिला पुरूष शामिल होते हैं।
अंतिम 8वा दिन में पूजा करके सूबह करम राजा, करम गौसाई व करम देव को विदा की जाती है और गीत गाते नदी में करम डाल व जावा को प्रवाह कर देती है ।जिसमें गीत है ,जहो जहो करम गौसंय कास.नदी के पार हो..आइजो करम गौसंय घरे दुवारे रे कलुहु रे गोदो नाला के पार।
मौके पर अखाड़ा में उपस्थित भाकपा नेता नुनूचंद महतो,पंचायत मुखिया पुनम कुमारी,उप मुखिया रामकिसून महतो,पूर्व मुखिया झरीलाल महतो,ऊपर घाट सोशल मीडिया प्रभारी भूनेशवर कुमार महातो,दयाल महतो,कोलेशर, दिनेश ,धोनी,धर्म, योगेंद्र,महेंद्र,धनी महतो, चलो महतो,सुषमा रानी,आरती कुमारी,ममता कुमारी, बेबी कुमारी, मालती मेहता, किरण रानी,प्रियंका उर्मिला खुशबु अनीता,बिनीता,सुनीता, पुनम,पुजा, लक्ष्मी,रोशनी,सुषमा,राधा,काजल, भारती, अंजली,चिंता,बबीता,शिमा,प्रेमलता, आशा ममा (चानो) कई थे।