झारखण्ड

डीसी द्वारा गठित टीम ने बोकारो थर्मल ऐश पौंड मामले की जांच की, विधायक ने माना निर्माण में हुई अनियमितता

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बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
बोकारो डीसी मुकेश कुमार द्वारा गठित जांच टीम ने शनिवार को बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के टूटे ऐश पौंड का निरीक्षण किया। इसके बाद प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों से बातचीत कर उनकी समस्याओं से अवगत हुए। डीसी द्वारा गठित जांच टीम में शामिल बोकारो एसी, डीडीएमओ, बेरमो एसडीएम के अलावा बेरमो विधायक ने भी स्थानीय डीवीसी के टूटे एक नंबर ऐश पौंड का निरीक्षण कर पौंड की फोटोग्राफी की तथा डीवीसी के प्रोजेक्ट हेड कमलेश कुमार, डिप्टी चीफ सिविल अरुण कुमार तथा अपर निदेशक नीरज सिन्हा से पूरे मामले की जानकारी ली। टूटे पौंड के करवाये जा रहे मरम्मत कार्य को भी देखा। पौंड निरीक्षण के दौरान बेरमो विधायक ने माना कि पूर्व में ही पौंड के निर्माण में काफी अनियमितता बरती गयी है। निर्माण के समय पौंड में बांध बांधने में मिट्टी के स्थान पर मोरम का उपयोग किया गया है। जिसके कारण पौंड टूट गया। पौंड टूटने के कई कारण हैं जो जांच के बाद ही सामने आयेंगे। बोकारो एसी बिजय कुमार गुप्ता ने ऐश पौंड पर टूटे एक नंबर पौंड से कोनार नदी में जा रही छाई को तत्काल रोकने का निर्देश डीवीसी के स्थानीय प्रोजेक्ट हेड कमलेश कुमार को दिया। एसी के निर्देश पर प्रोजेक्ट हेड ने कहा कि दो दिनों के अंदर रोक लगा दी जायेगी। प्रोजेक्ट हेड ने जांच टीम के अधिकारियों से कहा कि पांच दिनों के अंदर टूटे सेटलिंग पौंड की मरम्मत का काम पूरा कर 500 मेगावाट के ए पावर प्लांट को चालू करने का काम किया जायेगा। एक माह के अंदर टूटे हुए एक नंबर पौंड की मरम्मत कर ली जायेगी। प्रोजेक्ट हेड ने विधायक सहित जांच टीम के अधिकारियों से छाई के डिस्पोजल की समस्या रखी और कहा कि पूर्व की ही तरह इसे सीसीएल की बंद खदानों में गिराने की अनुमति प्रदान की जाय ताकि पावर प्लांट को सुचारू रूप से चलाया जा सके। जांच टीम ने सीसीएल कारो स्पेशल फेज दो स्थित सरकारी सामुदायिक अस्पताल, पौंड की मिट्टी एवं बहे हुए छाई से मैदान बने धान के खेत, प्रभावित निशन हाट झोपड़पट्टी कॉलोनी एवं डीवीसी की एचएमटी कॉलोनी का भी जायजा लिया तथा लोगों की समस्याओं से रूबरू हुए। कारो स्पेशल फेज दो की कश्मीर कॉलोनी में कामगारों के परिवारजनों तथा महिलाओं ने जांच टीम से घटना के बाद पानी की किल्लत को दूर करने के लिए समुचित उपाय करने की मांग की। एसी ने इस दौरान डीडीएमओ शक्ति कुमार को प्रभावित लोगों के नाम दर्ज करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। पौंड से बरबाद हुए धान खेत के किसानों ने भी जांच टीम से अपनी फरियाद करते हुए उचित मुआवजा व खेत से छाई हटाने की मांग किया। घटना की रात चार बच्चों को बचानेवाली निशन हाट झोपड़ पट्टी कॉलोनी की रहने वाली किरण करमाली से भी जांच टीम ने मुलाकात की और उसे प्रोत्साहित किया व मदद का भरोसा दिलाया. किरण के साहसिक कार्य के लिए डीवीसी प्रबंधन ने पूर्व में ही दो हजार रुपये की मदद की है। दामोदर बचाओ आंदोलन के पूर्व संयोजक डॉ प्रह्लाद बर्णवाल तथा जिला सह संयोजक श्रवण सिंह ने जांच के बाद कहा कि ऐश पौंड के टूटने तथा हजारों टन छाई कोनार एवं दामोदर नदी में प्रवाहित हो जाने से दोनों ही नदियों का पानी काफी प्रदूषित हो गया है। नदी का पानी मानव सेवन के लायक नहीं रह गया है। डीवीसी प्रबंधन यदाकदा इस प्रकार के उपायों एवं लापरवाही से दोनों ही नदियों को प्रदूषित करने का अमानवीय एवं आपराधिक काम करता रहता है जिस पर कड़ाई से रोक लगाने की जरूरत है। डीवीसी के स्थानीय निदेशक भवन में पत्रकारों से बोकारो एसी बिजय कुमार गुप्ता ने कहा कि जांच टीम अपनी रिपोर्ट डीसी को सौंपेगी। पौंड टूटने के तकनीकी सहित अन्य कारणों की जांच की जा रही है। भविष्य में भी इस प्रकार की घटना ना हो इसके भी उपाय किये जायेंगे। प्रभावित परिवारों एवं खेत तथा फसल का नुकसान झेलने वाले किसानों को भी हर संभव मदद का भरोसा दिया। जिला पार्षद भरत यादव ने पौंड से प्रभावितों को डीवीसी द्वारा दिये गये पांच हजार रुपये के मुआवजे को बढ़ाने की मांग की।
डीवीसी प्रबंधन की ओर से शनिवार को निशन हाट झोपड़ पट्टी कॉलोनी में स्थानीय अस्पताल के द्वारा पौंड के बाढ़ पीड़ितों से प्रभावितों की मेडिकल कैंप लगाकर जांच की गयी। डीवीसी अस्पताल के डाॅ. एस हेम्ब्रम, सिस्टर शीला, सहायक नियंत्रक मासं जेके सिन्हा के द्वारा कैंप में प्रभावितों की जांच कर निःशुल्क दवा दी गयी। डॉ हेम्ब्रम ने कहा कि ज्यादातर लोगों को चोट से आये दर्द एवं छाई युक्त पानी में रहने के कारण खुजली आदि की ही शिकायत है।
डीवीसी बोकारो थर्मल का ऐश पौंड टूटने तथा पौंड से हजारों टन छाईयुक्त गंदा पानी कोनार एवं दामोदर नदी में प्रवाहित होने की सूचना के बाद दामोदर बचाओ आंदोलन के संरक्षक तथा राज्य के मंत्री सरयू राय ने झारखंड सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु नियंत्रण विभाग के सचिव को कार्रवाई एवं जांच के लिए 12 सितंबर को ही पत्र लिखा था। मंत्री सरयू राय के पत्र के आलोक में वन, पर्यावरण एवं जलवायु नियंत्रण विभाग के सचिव ने बोकारो डीसी को मामले की जांच के लिए पत्र लिखा था। मंत्रालय सचिव के जांच संबंधी पत्र के आलोक में बोकारो डीसी ने बोकारो के अपर समाहर्ता बिजय कुमार गुप्ता के नेतृत्व में टीम गठित की। डीसी द्वारा गठित जांच टीम में बोकारो के अपर समाहर्ता बिजय कुमार गुप्ता, डीडीएमओ शक्ति कुमार, बेरमो एसडीएम प्रेम रंजन, बेरमो सीओ मनोज कुमार के अलावे बेरमो विधायक योगेश्वर महतो बाटुल, दामोदर बचाओ आंदोलन के पूर्व संयोजक डॉ प्रहलाद बर्णवाल, बोकारो जिला सह संयोजक श्रवण सिंह, जिला पार्षद भरत यादव भी शामिल थे। टीम के निरीक्षण के दौरान भाजपा के बेरमो प्रखंडध्यक्ष संजय प्रसाद, राजेश साव, पंसस नागेश्वर महतो, ईश्वरचंद्र प्रजापति, विश्वनाथ यादव, नवीन पांडेय, प्रफुल्ल ठाकुर, बिरेंद्र प्रसाद साव, छेदी महतो सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।

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