बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंंजाना
बोकारो जिला के उग्रवाद प्रभावित ऊपरघाट के डेगागढ़ा गांव मंगलवार को बोकारो पुलिस अधीक्षक पी मुरूगन, सीआरपीएफ कमांडेट अखिलेश शर्मा, बेरमो डीएसपी सतीश चंद्र पहुंचे। यहां पर ग्रामीणों की समस्या से अवगत हुए। ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद उन्हें हर संभव मदद करने की बात कही। आदिवासी गांव के ग्रामीणों मुलभुत समस्याओं का निदान करने की पहल की। बोकारो एसपी पी मुरूगन ने ग्रामीणों से पेंक-नारायणपुर थाना में आम जनता के साथ व्यवहार व उसके कार्यशैली की जानकारी बोकारो प्रभारी एसपी ने ली। ऊपरघाट जिप सदस्य टिकैत महतो ने पेंक स्कूल भवन में थाना संचालित को लेकर सवाल उठाया। ओर कहा कि स्कूल भवन में थाना चलाये जाने से रूम की कमी हो गयी है। जिसके कारण छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में काफी कठिनाई होती है। हाई स्कूल में थाना संचालित होने से नौंवी व दसवीं के बड़ी छात्राएं स्कूल आने में असहज महसूस करती है।
डेगागढ़ा में पहली बार एसपी व कमांडेट आने की बात ग्रामीण काफी खुश दिखें और ग्रामीणों ने कहा कि इस गांव में ऐसा पहली बार हुआ है कि पुलिस किसी को पकडने नहीं आयी है। बल्कि हमलोगों के साथ खुशी बांटने आयी है। पुलिस यह भी जानती थी कि इस गांव को माओवादियों का प्लेटफार्म माना जाता है। बावजूद इस गांव में पुलिस आयी और हमारे दुख-दर्द को कम करके गए। ऊपरघाट में माओवादियों के संस्थापक सदस्य रहें घुजा तुरी का घर डेगागढ़ा गांव में है। इसके कई हार्डकोर माओवादियों का यही पर अपना आशियाना था, जो गिरीडीह अन्य जगहों पर पुलिस मुठभेंड में मारे गए। यहां पर सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के तहत के बोकारो पुलिस ने एक फुटबाॅल टुनाॅमेंट कराया। जिसमें ऊपरघाट के कई टीमों ने भाग लिया। विजेता, उप विजेता टीम के अलावे टुनाॅमेंट में भाग लेने वालों सभी टामों को बोकारो एसपी, कमांडेट, अभियान एएसपी व बेरमो डीएसपी ने पुरस्कृत किया। इसके अलावे खिलाडियों को फुटबाॅल, जर्सी, बालीवाॅल सेट भी दिया। पिलपिलो मोड़ से लेकर डेगागढ़ा गांव तक लगभग 17 किमी की परिधि के चप्पे-चप्पे में पुलिस बल व सीआरपीएफ जवान तैनात थे। लगभग चार घंटे तक बोकारो थर्मल-डेगागढ़ा मुख्य सड़क में पुलिस बल की मोटरबाईक से गश्ति चलता रही है। थाना प्रभारी छोटेलाल पासवान खूद कमान संभाले हुए थे।
बोकारो एसपी पी मुरूगन ने कहा कि किसी के बहकावे में आकर भटकाव के रास्ते चल गए है। वें शीघ्र मुख्यधारा में लोंटे और समाज के विकास में सहयोग करें। उग्रवाद बनना समाजहित में ठीक नहीं है। उग्रवाद से समाज, देश व परिवार की तरक्की नहीं हो सकती है।
सीआरपीएफ कमांडेट अखिलेश शर्मा ने कहा कि पुलिस यहां के युवकों व ग्रामीणों को सहयोग करने लिए आयी है। युवक सीआरपीएफ ज्वाइन करें। इसके लिए युवक सीधे स्वांग, नावाडीह व कोनार डैम स्थित कैंप में संर्पक कर सकते है। हम हर सहयोग के कटिबद्व है। भटके हुए युवक सही राह पकड़े और अपने परिवार के साथ खुशहाल जिदंगी जिए। ऐसा नहीं है कि पुलिस आमलोगों की भावनाओं को नहीं समझती है।
इस मौके पर पूर्व सांसद प्रतिनिधि तारकेश्वर महतो, मुखिया भेखलाल महतो, घनश्याम गंझू, भुवनेश्वर लडाकू, रीतलाल महतो, जगदीश महतो, दिलीप महतो, खुशलाल महतो, संजय गिरी, बुधन मुर्मू, राथो तुरी सहित हजारों ग्रामीण महिला-पुरूष व युवक उपस्थित थे।