यूपी

पुरैना जियो टावर की कहानी- सुनिये जनता की जुबानी

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अमित पाठक, बहराइच

जनपद के बिशेश्वरगंज अंतर्गत पुरैना में लगाया गया जियो टावर लगभग पूरी तरह ध्वस्त है, नाम बड़े और दर्शन छोटे कहावत जियो नेटवर्क पर चरितार्थ होती दिख रही है।आज के समय में हर व्यक्ति के हाथ में मोबाईल है यह यंत्र आम आदमी के लिये अतिआवश्यक बन चुका है। इंसान अपने आधा कामों का निपटारा इसी यंत्र के माध्यम से कर लेता है। ऐसी स्थिति में कुरसहा खानपुर मल्लोह जलालपुर बरानिजाम मुंडेरवा लक्खारामपुर अमराई रोहनी भारी आदि क्षेत्र के लोगों को जियो का समुचित सुविधा ना मिल पाना एक प्रकार की गंभीर मानसिक प्रताड़ना से कम नही है।
गौरतलब है कि पुरैना टाबर का पिछले माह से जियो का नेटवर्क अपनी बदहाली का आँसू बहाने में मजबूर है ।
बता दें कि इससे पूर्व टाबर लगने की सूचना मात्र मिलते ही यहाँ के स्थानीय व आसपास के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गयी और आनन फानन में अन्य कंपनियों द्वारा संचालित नेटवर्क को छोड़कर जियो में पोर्ट करवा लिया, आज यही उपभोक्ता अपनी भूल पर पश्चाताप के आँसू बहा रहे है, टावर लगने के बाद कुछ दिन तक तो नेटवर्क बहुत बढ़िया था लेकिन बाद में टावर ने अपने हाथ पैर सिकोड़ लिये और जियो उपभोक्ता अब फिर से दूसरे गांवों में जाकर अपना इंटरनेट चलाने में मजबूर हैं। उपभोक्ता अपने नंबर को रिचार्ज करके भी कहीं बात नहीं कर पा रहे हैं और उनका बैलेंस बिना मतलब के ही खर्चा होता चला जा रहा है । इन सभी परेशानियों से त्रस्त होकर उपभोक्ताओं ने जिओ कंपनी के इस टावर में सही और जल्द सुधार ना होने की स्थिति में इस टावर को ही अन्य जगहों में विस्थापित करने की मांग की है ताकि उन्हें बेहतर से बेहतर सेवा मिल सके। जियो की लचर नेटवर्क से उपभोक्ता परेशान है मधिनगरा निवासी शैलेश की माने तो जियो इस क्षेत्र के लिए मानसिक प्रताड़ना है.

कुरसहा गाँव के लगभग समस्त स्थानीय निवासी जियो में पोर्ट करवाने की वजह को अपनी भयंकर भूल मानकर ,गलती का अहसास करते दिखे और बचे दो चार अन्य कंपनियों वाले उपभोक्ताओं से निवेदन कर जियो में पोर्ट न करवाने का अनुरोध भी किया, कांधभारी के उपभोक्ता जियो का नाम तक लेने पर क्रोधित मुद्रा में दिखे, यही आलम लक्खारामपुर खानपुर मल्लोह बरानिज़ाम व अन्य तमामों ग्रामसभाओं का रहा इन सभी के रुझान भी उपर्युक्त तथ्यों पर ही आधारित रहा,समय रहते जियो कंपनी को ध्यान देने की जरूरत है । उपर्युक्त विषय को लेकर जियो के नेटवर्क संबंधित अधिकारी करुणा रमन शर्मा ( कलेस्टर हेड ) से बात की तो उन्होंने बताया कि जल्द ही तीन चार दिन में यह समस्या दूर हो जाएगी।

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