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राष्ट्रीय कवि संगम में देश भर के युवा कवियों ने दी दस्तक, किसी ने शहीदों को नमन किया तो कोई मां के प्रेम में डूबा

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नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली 

राष्ट्रीय कवि संगम की ओर से टेक्निया सभागार में शुक्रवार शाम को देशभर के युवा कवियों की महफ़िल सजी. संस्था के अध्यक्ष जगदीश मित्तल के जन्मदिन के मौके पर त्रयोदश दस्तक युवा पीढ़ी की कार्यक्रम में कवियों ने एक से बढ़कर एक कविताएं पेश कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम में देशभर के युवा कवि शामिल हुए | इनमें छत्तीसगढ़ से मधुक्षरा चौबे, गुजरात से सुरेंद्र भोला, बिहार से कुमार आर्यन, मेरठ से विमल ग्रोवर, गुवाहाटी से भावना शर्मा, रायपुर से भव्या सूर्या, छत्तीसगढ़ से आशुतोष दुबे, मुंबई से योगेश मिश्रा, यूपी के गोंडा से संदीप सुरीला, उत्तराखंड के पौड़ी से अवनीश मालासी, बाराबंकी से ओम शर्मा और दिल्ली से अमित पुरी शामिल हुए|
संदीप भोला ने
घड़ी दो घड़ी जिये पर युग युग को पर्याप्त हो गए
फूल जो मिले धूल में तो कण-कण में व्याप्त हो गए
सलामत रहे देश ये कहते हुए समाप्त हो गए
समर्पण करते हैं कहकर वीरगति को प्राप्त हो गए
पेश कर सबकी तालियां बटोरीं तो असम से आईं भावना शर्मा ने शहीद का पत्र पढ़ती बहन के जज्बात बाखूबी बयां किये.
कहा –
इस बार तेरा तोहफा उधार रहा बहना मुझ पर…
…पत्र पढ़कर बहना अभी भी है मौन, पवित्र प्रेम की तड़प को समझाए कौन,  पर मेरा भाई इस बार भी मुझे फिरकी दे गया,  अनकही बात आंगन में रखा ताबूत कह गया.
अन्य कवियों ने भी बेहद मार्मिक कविताएं पेश कीं.
किसी उर्मिला के लाखन और सिया के राम जलाएं एक दिया हम उन वीरों के नाम….
अदब से पेश आने का सलीका सीख जाओगे, चुकाना कर्ज है कैसे जमीं का सीख जाओगे, शहीदों के घरों में एक दिन भी रहकर देखो, वतन से प्यार करने का तरीका सीख जाओगे
और
बूंद सावन की बनकर गिरेंगे जहां ,        प्यास प्यासों की पल में बुझा जाएंगे,      जिस जमीं पर नहीं है कहीं भी नमी,         उस जमीं पर भी नदियां बहा जाएंगे

Madhukshara

राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल के अलावा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेरठ के वरिष्ठ और कवि हरिओम पंवार भी पहुंचे| वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के कुलाधिपति डॉ नंदकिशोर गर्ग ने की| दीप प्रज्वलन कार्यक्रम में दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर डॉ योगेश सिंह दीनबंधु छोटू राम विश्वविद्यालय मुरथल के कुलपति डॉ राजेंद्र कुमार अनायत और चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय भिवानी के कुलपति डॉ राजकुमार मित्तल शामिल हुए|

जगदीश मित्तल को जन्मदिन की बधाई देते प्रकाश चंद्र अग्रवाल

इसके अलावा विशिष्ट अतिथि के तौर पर वासुदेव अग्रवाल, प्रकाश चंद्र अग्रवाल, सुरेंद्र गुप्ता, राम कैलाश गुप्ता, श्याम सुंदर अग्रवाल संजीव गोयल समेत अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए| सभी अतिथियों को सम्मानित किया गया. वहीं, साधवी रितंभरा की परम शिष्या साध्वी समाहिता ने विभिन्न अतिथियों के साथ राष्ट्रीय कवि संगम की स्मारिका का विमोचन किया. सभी ने जगदीश मित्तल को शॉल पहनाकर एवं उपहार देकर जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. बता दें कि आज से 13 साल पहले जगदीश मित्तल ने अपने चुनिंदा साथियों के साथ मिलकर राष्ट्रीय कवि संगम की बुनियाद रखी थी.

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