बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
बोकारो थर्मल स्थित झारखंड चैक में भगवान बिरसा मुंडा की जंयति धुमधाम से मनाया गया। जंयति समारोह में बोकारो थर्मल के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने पांरपारिक झारखंडी, नागपुरी व खोरठा गीत पर एक से बढकर एक मन मोहक नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। विधुत नगरी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों से इस तरह से लोगों को मन मोहा कि कब रात गुजर गयी किसी एहसास तक नही हुआ। जंयति समारोह में बतौर मुख्य अतिथि डीवीसी के परियोजना प्रधान कमलेश कुमार, विशिष्ट अतिथि मुख्य अभियंता टी अकबर व एपी सिंह ने वीर बिरसा भगवान की प्रतिमा पर माला पहनाकर श्रद्वांजलि दी। समारोह को संबोधित करते कमलेश कुमार ने कहा कि धरती आबा बिरसा मुंडा को झारखंड के लोग भगवान का अवतार मानते हैं।
तीर-कमान से अंग्रेजी हुकूमत का सामना किया था। उनके छूने मात्र से ही कई गंभीर रोगों का नाश हो जाता हैं। अंग्रेजों की गोलियों के सामने तीर-कमान से लड़ने वाले बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को हुआ था। उनके जन्मदिन को देश भर में बिरसा मुंडा जयंती के रूप में मनाया जाता है। यही नहीं 15 नवंबर को ही झारखंड का स्थापना दिवस भी होता है। टी अकबर व एपी सिंह ने कहा कि साल 2000 में बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर ही झारखंड को पृथक राज्य का दर्जा मिला था।
इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं ने ‘धरती आबा‘ के नाम से मशहूर क्रांतिकारी नेता बिरसा मुंडा को विनम्र श्रद्धांजलि दी थी। समारोह में एक दिन पूर्व हुई चित्रांकन प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। समारोह मेेें मुख्य रूप से एके तिवारी,बी लक्ष्मैया, जानकी महतो, राजकुमार रजक, नरेश महतो क्लाइमेट खलखो, धुर्वा मांझी, जहरू उरांव, जय कुमार मुंडा, जीपी लकड़ा, सुरज लकडा़, प्रकाश टुडू, निशांत करकेट्टा, बिनोद सोरेन, पारूल सोरेन, संदीप भगत सहित सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में डीवीसी केवी, काॅर्मेंल स्कूल, डीवीसी हाई व मवि के छात्राऐं शामिल थी। मंच संचालन पूनम मंराडी ने किया।