बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के नये 500 मेगावाट के पावर प्लांट से मंगलवार दोपहर से बिजली उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया है। उस समय प्लांट से 264 मेगावाट बिजली की उत्पादन की जा रही थी। प्लांट से बिजली उत्पादन ठप होने के बाद स्थानीय प्रबंधन ने नेशनल ग्रीड से बिजली लेकर प्लांट और काॅलोनियों में आपूर्ति की है। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार यूनिट स्थित बाॅयलर के वाटर वाॅल में ट्यूब लिकेज हो जाने के कारण प्लांट से बिजली उत्पादन ठप हो गया है। डीवीसी के इस प्लांट से सीसीएल के करगली, कथारा एरिया सहित झारखंड सरकार इलेक्ट्रिक बोर्ड को विधुत का आपूर्ति सीधे तौर पर करती है। इसके अलावे बंगलादेश को 300 मेगावाट की बिजली देती है और दिल्ली, बिहार, बंगाल, पंजाब, उड़ीसा, उतरप्रदेश, रेलवे, सीसीएल तथा राज्य सरकार सहित अन्य कई महानगरों के अलावे छोटे-बड़े कल-कारखानों को बिजली सप्लाई करती है।
लाॅकडाऊन को लेकर बिजली की डिमांड कम: विभागीय अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस को देश में लागू लाॅकडाऊन के कारण उपभोक्ताओं में बिजली की डिमांड कम हो गयी है। लाॅकडाऊन को रेल सेवा, कल-करखान पूरी तरह से बंद हो जाने के कारण बिजली की डिमांड पहले के अपेक्षा वर्तमान में आधा से भी कम हो गयी है। डिमांड नहीं रहने के कारण डीवीसी के सातों प्लांटों से बिजली उत्पादन कम कर दिया गया है। डिमांड बढ़ने के साथ ही प्लांटों से बिजली उत्पादन में बढ़ोतरी की जाऐगी। सूत्र का कहना है कि उपभोक्ताओं में बिजली की डिमांड बढ़ी तो बोकारो थर्मल स्थित बी प्लांट के तीन नंबर यूनिट को चालू किया जाऐगा। नये ए प्लांट से बिजली उत्पादन शुरू होने में समय लग सकती है।
20 अप्रैल को भी प्लांट से बिजली उत्पादन बंद था: नुरीनगर स्थित डीवीसी के ऐश पौंड़ में क्षमता से अधिक छाई स्टाॅक हो जाने के कारण स्थानीय प्रबंधन ने 20 अप्रैल को प्लांट से बिजली उत्पादन बंद कर दिया था। सात दिनों बाद 27 अप्रैल को ऐश पौंड़ से छाई खाली होने के बाद प्लांट से बिजली उत्पादन शुरू हुआ था।
डीजीएम, अभिमन्यु प्रसाद सिंह नेे बताया कि पावर प्लांट के बाॅयलर में ट्यूब लिकेज हो जाने के कारण बिजली उत्पादन बंद हो गया है। ट्यूब लिकेज की मरम्मत में समय लगेगा। बिजली की डिमांड हुई तो बी प्लांट के तीन नंबर यूनिट को चालू करने पर बिचार स्थानीय प्रबंधन कर सकती है।
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