पंजाब

अब समुद्री मार्ग से हमले की तैयारी रच रहा है चीन, ज्योतिष गणना के आधार पर ज्योतिष रत्नाकर नरेश नाथ बता रहे हैं चीन की सभी साजिशों के बारे में, पढ़ें क्या है चीन की चाल

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नीरज सिसौदिया, जालंधर 
1 अगस्त से 30 अगस्त के बीच में पहाड़ों पर बारिश और जो सैलाब बना हुआ है वह मैदानों में आ जाएगा हम सभी यही सोचकर अपनी कूटनीति को मीडिया के माध्यम से सफल बता रहे हैं परंतु ज्योतिष गणना के अनुसार शुक्र और राहु की युति बृहस्पति का वक्री होना सूर्य और शनि का आमने सामने होना दर्शाता है कि चीनी सेना सिर्फ जहां पानी आ गया है वहां से थोड़ा पीछे हटी है लेकिन ऊंचाई वाले स्थानों पर भारी संख्या में हथियारों का जमावड़ा बना रहा है.
देश वक्त और काल के अनुसार ज्योतिष गणना 1 अगस्त से चीन द्वारा जल क्षेत्र में, यह ऊंचे पहाड़ी स्थानों पर आक्रमक रूप बनाएगा
वास्तविकता यह है कि चीन का शासक जिनपिंग अपने देश में सदा सदा के लिए राजा बन बैठा है इतिहास गवाह है कि जब जब राजा लोग अपने देश में आश्वस्त हो जाते थे दूसरे देशों पर आक्रमण करके सीमाएं बढ़ाने की कोशिश करते हैं भारत का भूतकाल इसका प्रमाण रहा है.
घटनाओं के अनुसार चीन ने पहले ही हमले में करोना वायरस को उतारा है इससे अर्थव्यवस्था विश्व में बिगड़ गई है अब उसका दूसरा निशाना अरब कंट्री से तेल के ऊपर कब्जा करने का होगा जो ईरान की मदद के बिना नहीं हो सकता है इसलिए वह ईरान को परमाणु संपन्न बना देगा.
अमेरिका भारत जापान ब्रिटेन फ्रांस ऑस्ट्रेलिया ताइवान के समुद्रों में परमाणु submarines लगभग पहुंच चुकी है अगर भारत अमेरिका के साथ मिलकर 1,2 मिसाइल भी चलाएगा वही चीन उत्तर कोरिया ईरान अपने अपने समुद्री क्षेत्रों से भेजी गई परमाणु पनडुब्बियों के भीतर रखे रसायनिक और परमाणु हथियार उस उस देश के ऊपर उनकी प्रजा के ऊपर गिरा देंगे
मेरा लेख लिखने का तात्पर्य सिर्फ यह है कि आप चीन को घेरने की सोच रहे हो उसकी पनडुब्बियों तो उसके द्वारा चिन्हित किए गए देशों के पानी में परमाणु हथियार लेकर पहुंच चुकी हैं, को ढूंढ कर मार गिराए.
अग्नि तत्व और जल तत्व का विकार बन्ना सभ्यता के लिए अशुभ माना गया है
मेरी हर जनमानस से प्रार्थना है कि वह लोगों को मोह अहंकार त्याग कर करुणा काल में मंदी को अपॉर्चुनिटी मानकर अपने अपने गुरु देवता की पूजा करें और विश्व शांति का आह्वान करें
जैसा कि मुझे पहले विदित हुआ था कि जब कोरोना 1.5 करोड़ लोगों तक पहुंच जाएगा तो उसका समाधान शुरू होगा इसी कड़ी को जोड़ते हुए 1 अगस्त से लेकर 30 दिसंबर के बीच में होने वाले युद्ध की परिस्थितियों को अध्यात्म योग से देखते हुए दुखी हृदय से भविष्यवाणी करता हूं यह विनाश रूपी हथियार 130 करोड़ जनता को मृत्यु के मुंह में पहुंचा देंगे.
गोरखनाथ विद्या के अधीन की गई भविष्यवाणी समय की गोद में है कर्म हमारे हाथ में है उग्रता को कम करें प्रभु सिमरन को बढ़ाएं स्वार्थ लालच से ऊपर उठकर मानवता के लिए दुआ करें.

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