नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
कांग्रेस के राज्य सभा सांसदों की शनिवार को हुई बैठक में जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान पुराने और नए कांग्रेस नेता आपस में ही भिड़ गए. दिलचस्प बात यह रही कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में ही यह हंगामा हुआ.
दरअसल, राहुल गांधी के नेतृत्व को ज्यादातर अनुभवी कांग्रेसी स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. जबकि युवा उन्हें ही बेहतर मानते हैं. सूत्र बताते हैं कि बैठक में सांसद ने राहुल गांधी के करीबी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट जैसे नेताओं की दगाबाजी को लेकर राहुल गांधी पर ही निशाना साधा. जवाब में राहुल समर्थक सांसदों ने पुराने नेताओं पर यूपीए-2 के दौरान खराब प्रशासन को सत्ता से बाहर होने के लिए जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना था कि इन नेताओं की वजह से पार्टी को जो नुकसान हुआ उसका खामियाजा अभी तक भुगतना पड़ रहा है.
इस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने बचाव करते हुए सारा ठीकरा तत्कालीन सीएजी विनोद राय पर फोड़ दिया. वहीं सासंद राजीव सत्व ने आत्म निरीक्षण की सलाह दे डाली. उन्होंने पुराने नेताओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ये पुराने नेता ही उस वक्त सरकार चला रहे थे. उस वक्त हम दो सौ से अधिक थे लेकिन आज 44 पर आ गए हैं. इसका जिम्मेदार कौन है?उन्होंने सभी पूर्व मंत्रियों को असफल करार दिया.
Facebook Comments