भोपाल, एजेंसी
वो दस हजार रुपए लेकर दुल्हन बनती थी फिर शादी के अगले ही दिन मायके जाने की बात कहकर सारा माल लेकर फरार हो जाती थी. अगर दूल्हा उसके साथ जाता तो उसकी हत्या करवा देती थी. इस तरह उसने लगभग आधा दर्जन लोगों को अपना शिकार बनाया था. आखिरकार एक दिन ये लुटेरी दुल्हन पुलिस की गिरफ्त में आ गई और अब वह सलाखों के पीछे है. इस लुटेरी दुल्हन का नाम मीनाक्षी है. वह राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में फर्जी शादियां कर चुकी है. इसका खुलासा तब हुआ जब रतलाम जिले में एक युवक की लाश मिली.
युवक का नाम महेंद्र था और वह रतलाम का ही रहने वाला था. मीनाक्षी से शादी के दो दिन बाद ही महेंद्र की लाश मिली थी और मीनाक्षी का कुछ भी पता नहीं चल सका था. पुलिस ने छानबीन कर मीनाक्षी को गिरफ्तार किया तो इस गिरोह का पर्दाफ़ाश हुआ. मीनाक्षी ने बताया कि करीब चार साल पहले उसकी शादी हुई थी और पति से अनबन के कारण वह मायके आकर रहने लगी थी. यहां भी उसका झगड़ा हो गया तो वह अलग अकेले रहने लगी. इसी बीच उसकी मुलाकात पुष्पेंद्र कुमार के साथ हुई. फिर उनके गिरोह में संगीता नाम की एक महिला भी शामिल हुई. इसके बाद एक युवक और शामिल हुए. ये लोग मैरिज ब्यूरो के माध्यम से लड़कों को फंसाते थे और शादी के बाद दुल्हन सारे जेवर लेकर फरार हो जाती थी. दुल्हन बनने के एवज में मीनाक्षी को सिर्फ दस हजार रुपए मिलते थे. कुछ जगहों पर तो ये गिरोह लड़के वालों से पैसे लेकर शादी करते थे. महेंद्र से शादी के बदले इन्होंने ढाई लाख रुपये लिए थे. इस तरह लगभग एक साल के भीतर मीनाक्षी आधा दर्जन लोगों की दुल्हन बन चुकी थी. महेंद्र अगर मीनाक्षी के साथ जाने की जिद नहीं करता तो शायद उसकी जान बच जाती.
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