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फिलहाल नहीं खुलेंगे स्कूल, सिनेमा हॉल खोलने की है तैयारी, पढ़े क्या-क्या खुलेगा अनलॉक 4.0 में

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नई दिल्ली, एजेंसी
कोरोना के कहर के चलते फिलहाल स्कूलों को बंद ही रखा जाएगा। बच्चों को लेकर अभिभावक और सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहते। वहीं सिनेमा हॉल फिर से गुलजार हो सकते हैं। जल्द ही इसकी गाइडलाइन जारी कर दी जाएगी। 31 अगस्त को अनलाक 3 खत्म होने जा रहा है और सरकार एक सितंबर से अनलाक 4 की घोषणा करने जा रही है। इसके लिए विस्तृत गाइडलाइंस जल्द आ सकती है। सूत्रों की मानें तो सरकार 1 सितंबर से कई गतिविधियों पर से प्रतिबंध उठाने का ऐलान कर सकती है, हालांकि किस राज्य और केंद्रशासित प्रदेश में अनलॉक 4.0 के कितने प्रावधान लागू होंगे, यह उन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की ताजा हालात पर निर्भर करेगा।
केंद्र सरकार को अब तक लोकल ट्रेनें, मेट्रो ट्रेन सर्विस, सिंगल थिएटर सिनेमा हॉल, ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल समेत ऐसी ही कुछ अन्य जगहों को खोलने पर अलग-अलग तरह की राय दी गई है। इन सुझावों के आधार पर केंद्र सरकार अनलॉक 4.0 के तहत सितंबर के पहले हफ्ते से लोकल ट्रेनों और मेट्रो ट्रेन सर्विस खोलने पर विचार कर रही है। संभव है कि सरकार सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉलों को भी खोलने की अनुमति दे दे। हालांकि, इसके लिए कड़ी शर्तें रखी जाएंगी। इसी तरह, सरकार ऑडोटोरियम, हॉल आदि को भी खोलने की अनुमति दे सकती है। इन्हें सोशल डिस्टैंसिंग, थर्मल स्क्रीनिंग, टेंपरेचर चेक, क्षमता से कम भीड़ जुटाने जैसी शर्तें रखी जानी तय है।
दिल्ली में 1 सितंबर से ही मेट्रो के परिचालन की अनुमति दी जा सकती है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि जब भी सरकार निर्देश देगी, वह परिचालन बहाल करने को तैयार है। डीएमआरसी के कार्यकारी निदेशक अनुजा दयाल ने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए जारी सभी दिशानिर्देशों को लागू किया जाएगा और यात्रियों की सुरक्षित यात्रा के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी रविवार को कहा था कि उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि दिल्ली को बाकी राज्यों से थोड़ा अलग समझा जाए। यहां अब कोरोना की स्थिति ठीक हो रही है। बाकी राज्य में मेट्रो नहीं खोलना चाहते हैं, न खोलिए लेकिन दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से मेट्रो को चलने की अनुमति दी जाए। चाहे ट्रायल के आधार पर ही अभी अनुमति दी जाए। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए 22 मार्च से मेट्रो सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक इससे डीएमआरसी को करीब 1,300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
दिवाली तक एयर ट्रैफिक भी पूरी तरह सामान्य होने की संभावना है। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी ने उम्मीद जताई कि दिवाली तक कोविड-19 महामारी से पहले वाली स्थिति आ जाएगी। उन्होंने कहा कि तब तक केंद्र सरकार मुंबई, कोलकाता जैसी जगहों से और ज्यादा उड़ानों की अनुमति दे देगा जिससे यात्रियों की संख्या भी बढ़ेगी। पुरी ने कहा, ‘रविवार को घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 98,800 थी। यानी, हम कोरोना से पहले की कुल यात्रियों के 33% तक पहुंच चुके हैं। हम हर सप्ताह 5,000 यात्रियों की उड़ान क्षमता बढ़ा रहे हैं।’
उधर, सीरियलों और फिल्मों की शूटिंग शुरू हो चुकी है। लाइन प्रॉड्यूसरों ने मुंबई में शूटिंग शुरू कर दी है। दिल्ली-एनसीआर में अब तक विज्ञापनों की शूटिंग ही हुई है। इसी महीने सान्या मल्होत्रा ने दिल्ली में एक ऐडवर्टिजमेंट की शूटिंग की थी। हालांकि, सरकार की शर्तें पूरी करते हुए यहां भी जल्द ही बाकी शूटिंग भी शुरू होने के आसार हैं। ध्यान रहे कि केंद्र सरकार ने 23 अगस्त को टीवी-फिल्‍मों के लिए शूटिंग की खातिर विस्‍तृत गाइडलाइंस जारी की थी। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को एसओपी ट्वीट कर बताया कि इससे क्रू के लिए सुरक्षित माहौल बनाने में मदद मिलेगी। गाइडलाइंस में सभी जगहों पर फेस मास्‍क के प्रयोग और फिजिकल डिस्‍टेंसिंग को अनिवार्य किया गया है। यह एक्‍टर्स पर लागू नहीं होगा। सीटिंग, कैटरिंग, क्रू पोजिशंस, कैमरा लोकेशंस में दूरी बनाकर रखनी होगी। रिकॉर्डिंग स्‍टूडियोज, एडिटिंग रूम्‍स में भी फिजिकल डिस्‍टेंसिंग का पालन करना होगा। फिलहाल सेट्स पर ऑडियंस को आने की परमिशन नहीं दी गई है।
फिल्म शूटिंग के लिए गाइडलाइंस जारी करने के बाद केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय अब सिनेमा हॉल खोलने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश तैयार करने कर रहा है। कुछ दिनों में गाइडलाइंस सामने आने के बाद शर्तों के साथ सिनेमा हॉल खुल सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय की राय लेकर सिनेमा हॉल खोलने की गाइडलाइंस तैयार की जा रही है और यह फाइनल स्टेज में है। मार्च महीने से ही पूरी दुनिया में मूवी थिएटर बंद पड़े हैं। हालांकि, कई देशों में ये दुबारा खुल चुके हैं।
सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार अनलॉक 4.0 में भी स्कूल खोलने पर विचार नहीं कर रही है। हालांकि, कुछ राज्य उच्च शैक्षणिक संस्थानों को खोलने का सुझाव दे रहे हैं। ऐसे में स्कूलों का खुलना तो लगभग नाममुकिन है, लेकिन आईआईट-आईआईएम समेत तमाम कॉलेज और यूनिवर्सिटियों को खोलने की अनुमति मिल सकती है। संभव है कि कुछ राज्य उच्च शिक्षण संस्थानों में भी शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध आगे भी कायम रखें। एक सीनियर सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंधों को हटाने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के सुझावों के मुताबिक, गाइडलाइंस तैयार किए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्रालयों एवं विभागों से भी सुझाव लिए जा रहे हैं।’ वहीं, पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा था, ‘अब तक भारत सरकार के गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस में 50 लोगों की संख्या तय की गई थी। हमने गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर क्षमता के 50% के साथ बैंक्वेट हॉल को खोलने की मांग की है। होटल मालिकों की भी चाहत है कि वो अपना कारोबार बहाल करें। मुझे लगता है कि सरकार बहुत तेज फैसले ले रही है। पर्यटन उद्योग को भी ऐसा ही लग रहा है। मुझे लगता है कि जल्द ही यह फैसला लिया जाएगा।’
देश में कोरोना की दस्तक के बाद ऐहतियात दिल्ली मेट्रो को भी बंद कर दिया गया था। तब से लेकर अबतक दिल्ली मेट्रो को आर्थिक मोर्चे पर बहुत नुकसान हुआ है। यहां तक कि मेट्रो कर्मचारियों की सैलरी तक में कटौती का फैसला करना पड़ा है। ऐसे में अनलॉक-4 में 1 सितंबर से अगर मेट्रो को शुरू किया जाता है तो दिल्लीवासियों को लिए यह किसी खुशखबरी से कम नहीं होगी। हालांकि जब मेट्रो शुरू होगी, तो लोगों को कई सारे नए नियमों का पालन होगा। खासकर मेट्रो में एंट्री करते वक्त थर्मल स्कैनिंग से लेकर चेकिंग तक में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे। सीआईएसएफ के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सभी प्रमुख मेट्रो स्टेशनों पर ऑटोमैटिक थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि छोटे स्टेशनों पर मैनुअल तरीके से ही स्कैनिंग की जाएगी। सभी यात्रियों को अपने फोन में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा और एंट्री पॉइंट पर अपना स्टेटस भी दिखाना होगा। जिनके पास स्मार्टफोन नहीं होंगे, उनकी थर्मल स्कैनिंग करके यह देखा जाएगा कि उन्हें मेट्रो में यात्रा की अनुमति दी जाए या नहीं। स्टेशन के एंट्री पॉइंट पर सैनिटाइजर की व्यवस्था भी की जाएगी।
अभी तक सीआईएसएफ के कर्मचारी चेक पॉइंट पर हर यात्री की काफी नजदीक से चेकिंग किया करते थे और शक होने पर अलग से अपने हाथों से यात्री की जेब भी चेक कर लिया करते थे, मगर अब दूर से ही चेकिंग और फ्रिस्किंग की जाएगी। एयरपोर्ट की तर्ज पर अब लोगों को अपनी जेब में रखा सारा सामान किसी बैग में डालना होगा और उस बैग को स्कैनर मशीन पर रखकर उसकी चेकिंग करवानी होगी। लेकिन अगर किसी के पास बैग नहीं हुआ, तो ऐसे लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्हें अब एयरपोर्ट की तर्ज पर मेट्रो स्टेशनों पर भी जेब में रखा सामान चेक करवाने के लिए ट्रे मुहैया कराई जाएगी, जिसमें अपना सामान रखकर वे उसे चेक करवा सकेंगे।
अगर कोई व्यक्ति सीधे चेक पॉइंट पर पहुंच जाता है और चेकिंग के दौरान मेटल डिटेक्टर से बीप की आवाज आती है, तो ऐसे लोगों को अपनी जेब में रखा सारा सामान अपने हाथ से निकाल कर दिखाना होगा। महिलाओं को भी जांच के दौरान अपने पर्स या बैग को खोलकर दिखाना होगा कि उसमें कोई संदिग्ध वस्तु तो नहीं रखी हुई है। एक व्यक्ति को अपने साथ केवल एक बड़ा बैग या एक लैपटॉप और एक छोटा हैंड बैग या पर्स ही साथ ले जाने की इजाजत दी जाएगी। स्टेशन परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे। ऐसे में चेकिंग के दौरान लोगों को अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ेगा और एक-एक करके ही यात्रियों को अंदर जाने की इजाजत मिलेगी। बिना मास्क लगाए मेट्रो स्टेशन में एंट्री नहीं मिलेगी। यात्रियों के लिए यह हिदायत रहेगी कि वे कम से कम जगहों को छुएं। लिफ्ट का इस्तेमाल केवल बेहद बुजुर्गों और विकलांगों को ही करने दिया जाएगा। चेकिंग में वक्त लगेगा और ट्रेनों में भी सीमित संख्या में ही लोगों को यात्रा करने की इजाजत होगी, ऐसे में लोगों को कम से कम आधे घंटे का एक्स्ट्रा टाइम साथ लेकर चलने के लिए कहा जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, अब तक कुछ फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन जल्द ही फाइनल होने की उम्मीद है क्योंकि इस संबंध में जल्द ही मीटिंग होने वाली है। सरकार स्कूल-कॉलेज खोलने के प्रति उत्सुक नहीं दिख रही है। उम्मीद की जा रही है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को लेकर मौजूदा नियमों में भी कोई बदलाव नहीं होगा। साथ ही, अभी पार्कों को भी खोलने की इजाजत शायद नहीं मिले।
ध्यान रहे कि कोरोना वायरस के संक्रमण से दुनियाभर में फैली कोविड-19 महामारी के कारण देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू हो गया था। 8 जून को अनलॉक 1.0 का ऐलान किया गया। तब तक अनिवार्य वस्तुओं एवं सेवाओं की आपूर्ति के अलावा देश में सारी आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ी रहीं। अब तक अनलॉक 3.0 का ऐलान हो चुका है। 29 जून को अनलॉक 2.0 की घोषणा हुई और नई गाइडलांस के साथ 1 जुलाई से यह लागू हो गया था। फिर 29 जुलाई को अनलॉक 3.0 के तहत नई गाइलाइंस का ऐलान किया गया जो 1 अगस्त से लागू हो गई।

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