नयी दिल्ली, एजेंसी
भारत के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन हो गया। उन्होंने सेना के अनुसंधान एवं रेफरल अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 84 वर्ष थे। उनके बेटे अभिजीत बनर्जी ने ट्वीट कर निधन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दुखी मन से आप सबको सूचित करता हूं कि मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी का निधन हो गया है। बता दें कि प्रणब मुखर्जी का स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उन्हें 10 अगस्त को सेना के अनुसंधान एवं रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर उनका कोरोना टेस्ट हुआ और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। डॉक्टरों ने बताया था कि पूर्व राष्ट्रपति के मस्तिष्क में खून का थक्का जम गया था जिसके बाद उनकी सर्जरी की गई थी। जिसके बाद वह गहरे कोमा में चले गए थे।
भारत के 13वें राष्ट्रपति के तौर पर प्रणब मुखर्जी ने साल 2012 में शपथ ली थी और वह 2017 तक राष्टपति रहे। पूर्व राष्ट्रपति को साल 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। 1 दिसंबर 1935 में जन्मे प्रणब मुखर्जी 2018 में आरएसएस के मुख्यालय नागपुर गए थे और वहां पर उन्होंने संघ के एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता के तौर पर हिस्सा लिया था। हालांकि, उनके इस कदम से कांग्रेस असहज हो गई थी।पीएम मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 में दिल्ली में नया था, मुझे पहले दिन से उनका मागदर्शन, सहयोग पाने का सौभाग्य मिला। मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन तक आम नागरिकों की पहुंच और आसान कर दी।
लंबी बीमारी के बाद आज पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन हो गया। इस बीच देश के प्रधानमंत्री ने भी प्रणब दा के निधन पर शोक जताते हुए उनके साथ की यादों को साझा किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत रत्न से सम्मानित प्रणब मुखर्जी के निधन से देश शोक संतप्त। मुखर्जी ने भारत के विकास की दिशा में अमिट छाप छोड़ी, वह उत्कृष्ट विद्वान, राजनेता थे जिनका सभी सम्मान करते थे।पीएम मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 में दिल्ली में नया था, मुझे पहले दिन से उनका मागदर्शन, सहयोग पाने का सौभाग्य मिला। मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन तक आम नागरिकों की पहुंच और आसान कर दी। उन्होंने इसे ज्ञान, नवाचार, संस्कृति, विज्ञान और साहित्य का केंद्र बना दिया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर सोमवार को दुख जताया और उनके परिवार एवं मित्रों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमारे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जी के दुखद निधन की खबर मिली। देश बहुत दुखी है। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने में खुद को देश के साथ जोड़ता हूं। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।’’ पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मुखर्जी के निधन पर दुख जताया और कहा, ‘‘मुखर्जी एक महान राजनेता थे और उनके जाने से देश को बहुत बड़ी क्षति हुई है। उन्हें अर्थव्यवस्था से लेकर आम आदमी से जुड़े मुद्दों की गहरी समझ थी। उनके योगदान के लिए देश उनका सदैव ऋणी रहेगा।’’कांग्रेस के डिजिटज संवाददाता सम्मेलन में भी कुछ पल मौन रखकर मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी गई।प्रणब मुखर्जी का सोमवार को यहां एक सैन्य अस्पताल में निधन हो गया। यह जानकारी उनके पुत्र अभिजीत ने दी। मुखर्जी 84 वर्ष के थे। मुखर्जी को गत 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।