सोहना, संजय राघव
अदालत के आदेश पर तलाशी अभियान पर गई राजस्थान पुलिस को गांव सांप की नगली में पार्षद गबदा व उसके साथियों ने पीटा कि पूरी टीम को करीब 3 घंटे तक बंधक बनाए रखा । सोहना पुलिस में जाकर राजस्थान पुलिस को वहां से छुड़ाया। राजस्थान पुलिस ने आरोप लगाया है कि तलाशी करने गई पुलिस के साथ पार्षद व उसके साथियों ने मारपीट की है बच्चे को छुड़ा कर ले गए ।इस मामले में सोहना पुलिस ने राजस्थान पुलिस के बयान पर पार्षद गबदा सहित 50 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
जानकारी के अनुसार राजस्थान पुलिस के एसआई अमी लाल ने बताया कि जिला अलवर कार्यालय आदेश क्रमांक 223 जारी सुदा तलाशी वारंट को लेकर वह गांव साप की नगली पहुंचे। एसआई ने बताया कि परिवादी सुष्मिता निवासी आलमपुर में बताया कि उसके दो बच्चे भावना व बिरहमपाल , मातृत्व सुख से वंचित है। जिनको लेने के लिए तलाशी वारंट के तहत राजस्थान पुलिस को गांव तिगरा भेजा गया ।जहां से बच्चों की निशानदेही गांव सांप की नगली में हुई ।जब पुलिस ने सांप की नगली में छापा मारा इस दौरान पार्षद गबद्दा व उसके अन्य चालीस पचास साथी ही मौके पर आ गए। उन्होंने पुलिस के साथ मारपीट शुरू कर दी ।मारपीट करके वह बच्चे ब्रह्मपाल को छुड़ाकर ले गए। पुलिस ने आरोप लगाया कि इस झगड़े में महिलाएं भी शामिल थी।
वहीं पार्षद गबदा का कहना है कि पुलिस किसी दूसरे बच्चे को अपहरण करना चाह रही थी ।जिसको लेकर उनके बीच में कहासुनी हुई है
जांच अधिकारी एएसआई नासिर ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने राजस्थान पुलिस के बयान पर सांप की नंगली निवासी हरिराम कैप्टन, पार्षद बलबीर सिंह गद्दा, सतीश, ओमबीर, नीलू ,मनोज पुत्र महावीर ,पवन प्रदीप पुत्र ओमवीर, मोहित ,राहुल ,गुल्लू ,फतेह सिंह ,संजीव पुत्र धर्म संहिता पत्नी सतीश कृष्णा , सुनीता पत्नीलीलू पिंकी पुत्री लीलू व 50 60 अन्य महिलाओं के खिलाफ धारा 148, 149, 186 ,332 ,342 ,353, 506 के तहत मामला दर्ज किया है ।अभी तक इस मामले में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
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