नीरज सिसौदिया, बरेली
कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में बरेली कांग्रेस के आंदोलन को शुरू होने से पहले ही दबा दिया गया. दामोदर स्वरूप पार्क में आंदोलन की तैयारी कर रहे कांग्रेस के आला नेताओं को पुलिस ने उन्हीं के घर पर नजरबंद कर लिया है. महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय शुक्ला ने इसकी पुष्टि की है.
बता दें कि प्रदेश में सोमवार को समाजवादी पार्टी की ओर से किसानों के समर्थन में आंदोलन किया गया था. इसके तहत सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही बरेली में पूर्व मंत्री भगवत सरन, जिला अध्यक्ष अगम मौर्य, अताउररहमान सहित कई नेताओं ने गिरफ्तारी दी थी. इसे देखते हुए आज विभिन्न राजनीतिक दलों ने भारत बंद का ऐलान किया था. इसी के तहत आज सुबह करीब 11 बजे कांग्रेस कार्यकर्ता दामोदर स्वरूप पार्क में इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन करने जाने की तैयारी कर रहे थे. सुबह कांग्रेस नेता कुछ तैयारी कर पाते, इससे पहले ही पुलिस कर्मी कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष के घर पहुंच गए और उन्हें घर पर ही नजरबंद कर दिया. अजय शुक्ला ने इस पर की आपत्ति जताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है. लोकतंत्र में सभी को अपनी आवाज बुलंद करने का अधिकार है. सरकार जनता की आवाज को दबाना चाहती है. वहीं दूसरी ओर किसानों पर अत्याचार कर रही है. अगर इसी तरह तानाशाही चलती रही तो फिर किसानों को इंसाफ कैसे मिलेगा.
बहरहाल कांग्रेस अध्यक्ष को नजरबंद करने के चलते कांग्रेस का भारत बंद आंदोलन फीका पड़ चुका है. अगर कांग्रेस पहले ही जाग गई होती और सपा की तरह पहले ही विरोध प्रदर्शन कर लेती तो शायद वह भी किसान आंदोलन का थोड़ा सा क्रेडिट ले सकती थी. मगर फिलहाल कांग्रेस के आंदोलन को ग्रहण लग गया है. वहीं सरकार इस कार्रवाई को आम जनता एहतियात के तौर पर उठाया गया कदम बता रही है. माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते ऐसा कदम उठाने की बात कही जा रही है.