यूपी

बेबस लोगों के मददगार बने भाजपा अध्यक्ष केएम अरोड़ा, रेलवे ने अतिक्रमण हटाने को दिया समय, पढ़ें क्या है पूरा मामला?

Share now

नीरज सिसौदिया, बरेली
भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष डा. केएम अरोड़ा की सूझबूझ से आज बेबस लोगों का लाखों रुपए का सामान बर्बाद होने से बच गया. लोगों ने अरोड़ा का शुक्रिया अदा किया है.
दरअसल, रेलवे की जमीन पर काफी समय से अतिक्रमण किया गया था. जिस वक्त अतिक्रमण किया जा रहा था उस वक्त तो रेलवे के अधिकारी सो रहे थे लेकिन जब हल्द्वानी के एक मामले में माननीय नैनीताल उच्च न्यायालय ने इज्जतनगर रेल मंडल के डीआरएम को नोटिस भेजा तो डीआरएम को बरेली में रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण की याद आई. तब तक यहां दर्जनों की संख्या में पक्के निर्माण भी हो चुके थे. कच्चे निर्माण भी काफी किए जा चुके हैं. अब रेलवे ने निशानदेही भी कर दी और बिना पर्याप्त समय दिये गरीबों के आशियाने तोड़ने शुरू कर दिये. आशियानों के साथ लोगों का सामान भी तोड़ा जा रहा है. रातों रात लोगों को बेघर किया जा रहा है और उन्हें इतना समय तक नहीं दिया जा रहा है कि वे लोग अपने परिवार के लिए सिर छुपाने की कोई दूसरी व्यवस्था कर सकें. जब भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष डा. केएम अरोड़ा को चला तो वे बुधवार को मौके पर गए और रेलवे की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाना गलत नहीं है लेकिन उन लोगों को कम से कम कुछ दिन का समय दिया जाए ताकि वे अपनी अलग वैकल्पिक व्यवस्था कर लें. जब डा. अरोड़ा ने नाराजगी जताई तो रेलवे अधिकारियों ने डीएम की अनुमति से कार्रवाई होने की बात कही. इस पर डा. अरोड़ा ने डीएम से बात कर नाराजगी जताई. इसके बाद रेलवे ने अपनी कार्रवाई बीच में ही रोक दी और बाकी लोगों को स्वयं ही अतिक्रमण हटाने के लिए पांच दिन का समय दे दिया. इस पर लोगों ने डा. अरोड़ा का आभार व्यक्त किया है.

डा. केएम अरोड़ा

इस संबंध में डा. अरोड़ा ने कहा कि मैं मौके पर गया था लेकिन सरकारी कार्य में बाधा डालने के मकसद से नहीं बल्कि बेबस लोगों की मदद के लिए वहां गया था. उन्होंने कहा कि रेलवे को अतिक्रमण हटाने से पहले लोगों को नोटिस देना चाहिए था. उन्हें कुछ दिन का समय देना चाहिए था जिससे वे अपने लिए कोई दूसरा ठिकाना ढूंढ सकें. ऐसे तो वे लोग सड़क पर आ जाएंगे और छोटे छोटे बच्चों को लेकर कहां जाएंगे. मैंने डीएम से भी इस संबंध बात कर लोगों की परेशानी बताई और नाराजगी भी जताई. अब लोगों को अतिक्रमण हटाने के लिए समय दे दिया गया है. लोग खुद ही अतिक्रमण हटा लेंगे. बुधवार को रेलवे नेे लगभग दो दर्जन अवैध निर्माण गिराए.

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *