यूपी

ज्ञान स्वरूप ‘कुमुद’ की 83 वीं जयंती पर कोरोना से जंग जीते कवि सुभाष को किया सम्मानित

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नीरज सिसौदिया, बरेली

सर्वजन हितकारी संघ के तत्वावधान में सामाजिक दूरी के निर्वहन के साथ कुँवरपुर स्थित संस्था- कार्यालय पर स्मृति शेष साहित्यकार ज्ञान स्वरूप ‘कुमुद’ की 83 वीं जयंती साहित्य चेतना दिवस के रूप में मनाई गई जिसकी अध्यक्षता वयोवृद्ध कवि सतीश शर्मा ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ शारदे व ‘कुमुद’ जी के चित्र पर माल्यार्पण कर हुआ।
इस अवसर पर सपरिवार कोरोना से जंग जीतने वाले लोकप्रिय कवि सुभाष राहत बरेलवी को ‘कुमुद’ साहित्य सम्मान- 2021 उनकी उत्कृष्ट साहित्यिक सेवाओं के लिए प्रदान किया गया । सम्मान स्वरूप उत्तरीय, प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह संस्थाध्यक्ष उपमेन्द्र सक्सेना एडवोकेट ने प्रदान किया ।
अध्यक्ष पद से संबोधित करते हुए कवि सतीश शर्मा ने कहा कि हिंदी साहित्य के क्षेत्र में ‘कुमुद’ जी द्वारा जो कार्य किए गए वह अत्यंत सराहनीय हैं। उन्होंने साहित्यकारों एवं कवियों का आव्हान कर कहा कि वे परस्पर अहम् को त्याग कर समाज एवं राष्ट्र के उत्थान में सहयोग की भावना से उच्च स्तरीय साहित्य का सृजन करें।
संस्थाध्यक्ष/ गीतकार उपमेन्द्र सक्सेना एडवोकेट ने कहा कि आज समाज में अपनत्व का अभाव है। केवल भौतिकवाद को ही महत्त्व दिया जा रहा है ऐसी परिस्थिति में साहित्यकार का यह दायित्व है कि वह अपने साहित्य के माध्यम से समाज में मानवीय भावना जागृत करे।
संचालन कर रहे प्रख्यात कवि रोहित राकेश ने कहा कि ‘कुमुद’ जी अच्छे साहित्यकार के साथ ही एक अच्छे इंसान भी थे। वह अपने उत्कृष्ट साहित्य से सदैव स्मरणीय रहेंगे।
समाजसेवी श्री योगेश जौहरी ने कहा कि ‘कुमुद’ जी ने स्वच्छ आत्मबल का प्रदर्शन करते हुए जनमानस की आकांक्षाओं को अपने शब्दों में ढाला अत: जागरूक लेखकों के लिए अनुकरणीय हैं।
कवि श्री जगदीश निमिष ने ‘कुमुद’ जी को संवेदना, क्षमता एवं दृष्टि का एक सुंदर समन्वित व्यक्तित्व बतलाते हुए कहा कि उन्होंने निर्धनता में रहकर भी सदैव मानवीय मूल्यों को अपनाया और उनके लिए संघर्ष किया।
कवि श्री सियाराम राठौर ने ‘कुमुद’ जी को एक प्रतिभाशाली, मर्मज्ञ तथा मधुर स्वभाव का धनी बताते हुए कहा कि उन्होंने अपनी लेखनी से ऐसे साहित्य का निर्माण किया जो युग- युग तक मानवीय मूल्यों की स्थापना का आधार स्तंभ रहेगा।
इस अवसर पर सर्वश्री रोहित राकेश, सलीला रानी सक्सेना, जगदीश निमिष, सियाराम राठौर, योगेश जौहरी, रजत कुमार, उत्पल स्वरूप ,पूनम सक्सेना, प्रीती सक्सेना, हरि शंकर, शंकर स्वरूप, अनुज सक्सेना, विनोद राजपूत, विजय गुप्ता व संजय सक्सेना आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में संस्थाध्यक्ष उपमेन्द्र सक्सेना एडवोकेट ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया।

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