एजेंसी, जालंधर
पंजाब वैसे तो दिलवालों का प्रदेश माना जाता है, यहां के लोग दुनिया भर में अपनी दिलदारी और काबिलियत के दम पर छाए हुए हैं लेकिन इसी पंजाब के कुछ गांव ऐसे भी हैं जहां आज भी छोटी मानसिकता के जनप्रतिनिधि तुगलकी फरमान सुना रहे हैं और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना बैठा है. ताजा मामला प्रेम विवाह से जुड़ा है.
पंजाब के जालंधर जिले के गांव चांदपुर में लव मैरिज करने वाले एक दलित जोड़े को गांव के जट्ट सरपंच ने गांव से बाहर निकालने का फरमान जारी किया है। जिससे नवयुवा जोड़ा लव मैरिज के बाद अपने घर नहीं जा पा रहा है। नवयुवा जोड़े ने हाईकोर्ट में जाकर शादी की है, लेकिन अब वह अपने घर ही नहीं जा पा रहा है। इस तरह का एक वीडियो वायरल हो रहा है।चांदपुर के रहने वाला अजय कुमार ने बताया कि उसने गांव की ही एक लड़की अंजली से प्यार करता है। गांव वालों के मर्जी के खिलाफ दोनों ने मिलकर हाईकोर्ट में जाकर कोर्ट मैरिज की। इसके बाद गांव के सरपंच हरजिंदर सिंह धनोआ ने इस नवयुवा जोड़े को गांव से बेदखली का फरमान जारी कर दिया।
इस जोड़े ने जालंधर में डीएसपी के सामने फरियाद लगाई कि उन्हें उसके घर जाने दिया जाए। अजय ने बताया कि उसके और अंजली के घर वालों ने हमारी शादी को मंजूर कर लिया और घर में जगह भी दे दी लेकिन गांव के सरपंच हरजिंदर सिंह धनोआ ने शादी के खिलाफ फरमान जारी किया है। जिससे उसने धमकी दी है कि अगर गांव में वापस आया तो काटकर फेंक देंगे।
अजय और अंजलि ने बताया कि सरपंच ने उनके घर से मोटर साइकिल अपने कब्जे में कर लिया और घर जाकर जातिसूचक गालियां व धमकी देकर आया है। पुलिस ने अभी तक कोई सहायता नहीं की है। उधर, इस संबंध में जब सरपंच का पक्ष जानने के लिए फोन किया गया तो उसका मोबाइल नंबर बंद था।