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कोरोना से लड़ाई ‘अकेला’ लड़ता एक सिपाही, 30 हजार से भी ज्यादा लोगों को करा चुके हैं वैक्सीनेट, जानिये सपा के पार्षद के समर्पण की कहानी…

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नीरज सिसौदिया, बरेली
कोरोना की त्रासदी ने न जाने कितनी जिंदगियों को निगल लिया. किसी की मांग का सिंदूर उजड़ गया तो किसी के सिर से मां-बाप का साया छिन गया. मातमी सन्नाटे को चीरती हुई सिसकियों की कल्पना मात्र से रोम-रोम सिहर उठता है. मौत का वह तांडव और ऐसा खौफनाक मंजर दोबारा देखने को न मिले इसके लिए वैसे तो कई लोग प्रयासरत हैं लेकिन एक समाजवादी सिपाही के जिक्र के बिना यह दास्तान अधूरी लगती है. जी हां, उस समाजवादी सिपाही का नाम राजेश अग्रवाल है. वह न तो विधायक हैं और न ही मंत्री, सरकार भी उनकी नहीं है मगर फिर भी वह अपने प्रयासों से लगातार कोरोना के खिलाफ जंग में अहम भूमिका निभा रहे हैं. जब कोरोना की पहली लहर आई तो राजेश अग्रवाल ने जान हथेली पर रखकर कोरोना जांच कैंप लगवाए और जब वैक्सीन आई तो उन्होंने लोगों को वैक्सीनेशन कैंप लगाना शुरू कर दिया. मेडिकल टीम की सहायता से राजेश अग्रवाल अब तक लगभग तीस हजार से भी ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगवा चुके हैं.
बरेली की सियासत और समाजसेवा के क्षेत्र में राजेश अग्रवाल का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है. वह पिछले लगभग दो दशक से पार्षद बनते आ रहे हैं और वर्तमान में नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष भी हैं.

राजेश अग्रवाल बताते हैं, ‘वर्ष 2020 में जब कोरोना की पहली लहर आई थी तो हमने कोरोना जांच कैंप लगाने का फैसला किया. इसका मुख्य उद्देश्य कोरोना को फैलने से रोकना और समय से कोरोना संक्रमितों की पहचान कर उन्हें समुचित इलाज दिलवाने में सहयोग करना था. ये वो दौर था जब कोरोना के खौफ ने लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया था लेकिन यह राजेश अग्रवाल का हौसला और जनता के प्रति समर्पण ही था जिसने उन्हें जान हथेली पर रखकर सड़क पर उतरकर कोरोना जांच शिविर लगाने पर मजबूर किया.

कैंप में स्टाफ को सम्मानित भी किया गया

अप्रैल 2020 में राजेश अग्रवाल के प्रयासों से रामपुर गार्डन में कोरोना जांच कैंप शुरू किया गया और 13 महीने से भी अधिक समय से लगातार चलता रहा है. उसके बाद दूसरी लहर आई. उस दौरान भी राजेश अग्रवाल जनता की मदद के लिए पूरी तरह तत्पर नजर आए. चाहे ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करनी हो या किसी जरूरतमंद को अस्पताल में भर्ती कराना हो, राजेश अग्रवाल ने लोगों की जिंदगी बचाने का भरसक प्रयास किया. अपने इन प्रयासों में उन्हें सफलता भी मिली.

कैंप में वैक्सीन लगवाने पहुंचे लोग

राजेश अग्रवाल की सेवा का सफर यहीं नहीं थमा. जब कोरोना की वैक्सीनेशन शुरू हुआ तो राजेश अग्रवाल ने वैक्सीनेशन कैंप लगवाने का प्रयास शुरू कर दिया. उनका प्रयास सफल रहा और सात जून 2021 को रामपुर गार्डन में राजेश अग्रवाल के प्रयासों से नि:शुल्क कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत हुई. इस कैंप में प्रतिदिन औसतन चार सौ से पांच सौ लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है. राजेश अग्रवाल के प्रयासों का ही नतीजा है कि इस कैंप में अब तक लगभग तीस हजार से भी अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इनमें कुछ को पहली डोज लगाई गई है तो कुछ को दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी है. कैंप में रोजाना राजेश अग्रवाल अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हैं. स्टाफ के साथ वह खुद भी ड्यूटी करते नजर आते हैं. स्टाफ के लिए भोजन-पानी से लेकर कैंप लगवाने तक की व्यवस्था राजेश अग्रवाल ने निजी संबंधों के आधार पर की. सिर्फ मेडिकल टीम या सहयोगियों के भरोसे कैंप को नहीं छोड़ते. कैंप में आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसकी मॉनिटरिंग राजेश अग्रवाल स्वयं करते हैं. सराहनीय पहलू यह है कि जो लोग दिव्यांग हैं या वृद्धावस्था के चलते कैंप तक आने में सक्षम नहीं हैं उनके लिए आउट ऑफ द वे जाकर राजेश अग्रवाल ने उनके घर में ही वैक्सीनेशन की सुविधा उपलब्ध कराई है.

वृद्ध महिला को उसके घर पर वैक्सीनेट कराते नगर निगम के नेता विपक्ष राजेश अग्रवाल.

इसके लिए चौतरफा उनकी सराहना हो रही है. यह राजेश अग्रवाल का समर्पण और सेवा भाव ही है कि वह रोजाना सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक कैंप में लगातार डटे रहते हैं. साथी सियासतदानों के लिए राजेश अग्रवाल का यह समर्पण प्रेरणादायक है. कैंप का आयोजन रामपुर गार्डन स्थित अग्रसेन पार्क में रोजाना सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक किया जाता है. फिलहाल कैंप जारी है और आगे भी जारी रहेगा. अगर आपने भी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है तो इस कैंप में जरूर आएं और कोरोना वैक्सीन लगवाएं.

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