नीरज सिसौदिया, बरेली
बहेड़ी के चेयरमैन पति नसीम अहमद के रज़ा हॉस्पिटल को राजनीतिक साजिश के तहत बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। रज़ा हॉस्पिटल के डॉक्टर मोहम्मद शाहिद ने बताया कि जब बच्चा हमारे पास आया था तो वह गंभीर हालत में था और उसका गांव के ही किसी झोलाछाप डॉक्टर से इलाज चल रहा था जो कि बच्चे के परिजनों का रिश्तेदार है।
झोलाछाप डॉक्टर ने ही बच्चे को इंजेक्शन लगाया था जब बच्चे की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तब परिजनों से लेकर बहेड़ी स्थित रजा हॉस्पिटल दौड़े जब बच्चा रज़ा हॉस्पिटल आया तो उसकी हालत नाजुक थी।
हमने बच्चे के परिजनों से कहा कि इसको वेंटिलेटर पर रखना पड़ेगा. साथ ही यह भी बताया कि अगर आप चाहें तो बच्चे को बरेली के किसी बड़े अस्पताल में भी ले जा सकते हैं जिसके बाद हमने बच्चे को इलाज के लिए श्री राम मूर्ति हॉस्पिटल रेफर कर दिया. बच्चे को राममूर्ति अस्पताल ले जाते समय बच्चे की रास्ते में मौत हो गई. उसके बाद परिजनों ने अस्पताल रज़ा अस्पताल आकर हंगामा करना शुरू कर दिया. स्टाफ के साथ मारपीट और तोड़फोड़ करने लगे।