इंटरव्यू

विरासत में मिली सियासत, बचपन से हैं संघ के स्वयंसेवक, अब तक लड़ाते थे चुनाव, अब खुद हैं मैदान में, पढ़ें भाजपा प्रदेश सह कोषाध्यक्ष संजीव अग्रवाल का स्पेशल इंटरव्यू…

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बरेली मंडल की सियासत में संजीव अग्रवाल का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है. राष्ट्र सेवा और समर्पण के भाव के साथ ही राजनीति उन्हें अपने पिता से विरासत में मिली थी. बचपन से ही भारत रत्न नानाजी देशमुख, ओमप्रकाश, दिनेश जी, रामलाल और रतन दा जैसी हस्तियों का सानिध्य और मार्गदर्शन पाने वाले संजीव अग्रवाल लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अहम भूमिका निभाते रहे हैं. इन दिनों वह कैंट विधानसभा सीट के संभावित प्रत्याशी के तौर पर चर्चा में हैं. वर्तमान में भाजपा के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष का दायित्व निभा रहे संजीव अग्रवाल ने सक्रिय राजनीति में कब कदम रखा? उनका अब तक का राजनीतिक सफर कैसा रहा? वर्तमान भाजपा सरकार के कार्यकाल को वह किस नजरिये से देखते हैं? अगर पार्टी उन्हें कैंट विधानसभा सीट से मैदान में उतारती है तो उनके विकास का विजन क्या होगा? बरेली के विकास के सफर को वह किस नजरिये से देखते हैं? ऐसे कई मुद्दों पर भाजपा के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने इंडिया टाइम 24 के संपादक नीरज सिसौदिया के साथ खुलकर बात की. पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश…
सवाल : आप मूल रूप से कहां के रहने वाले हैं, पारिवारिक पृष्ठभूमि क्या रही आपकी?
जवाब : मैं मूल रूप से फरीदपुर का रहने वाला हूं. हमारा परिवार शुरू से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनसंघ के साथ जुड़ा रहा है. हमारे घर पर संघ के वरिष्ठ प्रचारकों का बराबर प्रवास रहता था. इसलिए हमें बचपन मे ही उनकी सेवा का अवसर और मार्गदर्शन प्राप्त होता रहता था. परम आदरणीय भारत रत्न नानाजी देशमुख जी हमारे यहां निरंतर आते रहते थे. वरिष्ठ प्रचारक माननीय ओमप्रकाश जी, माननीय दिनेश जी, माननीय रतनदा, माननीय रामलाल जी जैसी शख्सियतों की सेवा का अवसर, सानिध्य और मार्गदर्शन मुझे बचपन से प्राप्त होता रहता था. पापा जी और ताऊ जी भारतीय जनसंघ से लंबे समय तक जुड़े रहे. उसके बाद भारतीय जनता पार्टी की जब 1980 में स्थापना हुई तो राजनीतिक रूप से भारतीय जनता पार्टी में पापा जी ने कार्य किया. उसके बीच मुझे भी राजनीति में कार्य करने का, समाज की सेवा करने का एक आनंद मिलता था और मैं भी राजनीतिक रूप से सक्रिय हो गया था.


सवाल : आपकी पढ़ाई-लिखाई कहां से हुई?
जवाब : मैंने बरेली कॉलेज से बीकॉम और एमकॉम की पढ़ाई की और छात्र जीवन से ही विद्यार्थी परिषद में सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर कार्य करने लगा था. शुरुआती शिक्षा फरीदपुर में ही हुई.
सवाल : सक्रिय राजनीति में आना कब हुआ? राजनीतिक सफर कैसा रहा?
जवाब : वर्ष 1992 में मैं बरेली आया और यहां व्यापार शुरू किया. राजनीतिक पारिवारिक पृष्ठभूमि होने के नाते सामाजिक रूप से, राजनीतिक रूप से और धार्मिक रूप से निरंतर सक्रियता बनी रही और पार्टी के लिए काम करते रहे. वर्ष 2012 में क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष और उसके बाद प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बना. वर्ष 2014 में चुनाव के दौरान लोकसभा का संयोजक रहा. लंबे समय से मैं चुनाव लड़ाता रहा हूं, देखता रहा हूं. वर्ष 2017 में मैंने पूरे लोकसभा की जिम्मेदारी विधानसभा चुनाव में निभाई. वर्ष 2017 में महापौर के चुनाव का संयोजक रहते हुए पूरे चुनाव के प्रबंधन का कार्य भी देखा. वर्ष 2019 में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रहते हुए लोकसभा चुनाव की भी जिम्मेदारी दी गई. मुझे चुनाव संयोजक बनाया गया. पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ 100 फीसदी रिजल्ट देने की कोशिश की. इसके अलावा संगठन के जो भी आदेश होते हैं, पार्टी के काम होते हैं उन्हें करता रहता हूं.


सवाल : संगठन में पहला दायित्व आपको कौन सा मिला? वर्तमान में कौन सी जिम्मेदारी निभा रहे हैं?
जवाब : मुझे सबसे पहले बूथ अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. फिर वार्ड अध्यक्ष भी रहा. विगत अगस्त 2020 में मुझे प्रदेश सह कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई.


सवाल : सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों में भी आप सक्रिय रहे? क्या सामाजिक संगठनों से जुड़े रहे?
जवाब : बाल्यकाल से ही हम लोग सामाजिक संगठनों से, क्लब से, धार्मिक आयोजनों को करते रहे. यह हमारी पारिवारिक पृष्ठभूमि रही है. विद्यार्थी परिषद, भारत विकास परिषद्, रोटरी क्लब फरीदपुर, रोटरी क्लब बरेली, महाराजा अग्रसेन शिक्षा समिति, अग्रवाल सेवा समिति, रेलवे परामर्श दात्री समिति का सदस्य, अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन (आईवीएफ) का प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष, प्रदेश मंत्री, प्रदेश उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय अग्रवाल महासम्मेलन का पश्चिमी उत्तर प्रदेश का उपाध्यक्ष, जन सतर्कता समिति जैसे बहुत से संगठनों में विभिन्न दायित्वों पर काम करने का मुझे मौका मिला. समय-समय पर धार्मिक आयोजन भी है करता रहता हूं और उसमें मेरी विशेष रुचि रहती है.


सवाल : समाज सेवा के क्षेत्र में आपने काफी कार्य किए, इस दौरान अपनी उपलब्धि आप किसे मानते हैं?
जवाब : वर्ष 1995 में जन सतर्कता समिति से जुड़ा जिसमें डॉ. वसीम बरेलवी साहब, अशोक अग्रवाल जी और एक आईपीएस एवं पूर्व एसएसपी आरएन सिंह जी की प्रेरणा से मैंने समाज में रहते हुए समाज को जोड़ने का, समाज की समस्याओं को सरकारी तंत्र से प्रशासन के बीच समन्वय और सामंजस्य बनाने के लिए कार्य किया. जन समस्याओं को उठाकर उनको आपस में ही बैठकर स्वयंसेवी भाव से दूर करवाने का और करने का काम किया.


सवाल : विधानसभा चुनाव आ रहे हैं. तरह-तरह के मुद्दे उठाए जा रहे हैं. अब तक के बरेली के विकास के सफर को आप किस नजरिए से देखते हैं?
जवाब : बरेली कभी इंडस्ट्रियल हब हुआ करता था जहां एशिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां थीं. इंडियन टरपेंटाइन रोजिन, कैंफर, रबर फैक्ट्री विमको जैसी कंपनियां यहां थीं. आज ये कंपनियां बंद होने की कगार पर आ गई हैं या बंद हो गई हैं. निश्चित रूप से इसका बरेली की जनता पर और बरेली पर प्रभाव पड़ा लेकिन पुन: बरेली आज शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. इंडस्ट्री भी यहां धीरे-धीरे ग्रो कर रही है. बरेली अभी विकसित होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. शीघ्र ही यहां फर्नीचर, जरी जरदोजी और जो लघु उद्योग यहां की पहचान हैं, उन क्षेत्रों में अपनी नई पहचान बनाएगा. प्लाईवुड के क्षेत्र में भी बहुत तेजी से बरेली ने अपना स्थान बनाया है. मैं मानता हूं कि बरेली शिक्षा के क्षेत्र में, स्वास्थ्य के क्षेत्र में और लघु एवं मध्यम उद्योग के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है और निश्चित रूप से जो एयरपोर्ट यहां बना है उसका भी यहां औद्योगिक क्षेत्र को उसका लाभ मिलेगा. विकास की दिशा में बरेली को आगे बढ़ाने में सहायक साबित होगा.


सवाल : कैंट विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट के दावेदारों में आपके नाम की भी चर्चा हो रही है, कैंट विधानसभा सीट के प्रमुख मुद्दे आपकी नजर में कौन से हैं?
जवाब : कैंट विधानसभा सीट से हमारी पार्टी के विधायक पिछले दो बार से विधायक हैं. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा योगी जी के नेतृत्व में जन-जन तक की योजनाएं मजदूरों के लिए, किसानों के लिए चलाई जा रही हैं, हर गरीब को मुफ्त आवास, मुफ्त अनाज, बेरोजगारों को रोजगार, स्वास्थ्य के क्षेत्र में, शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के लिए, महिलाओं के लिए जो लाभकारी योजनाएं लागू की गई हैं, निश्चित रूप से सभी क्षेत्रवासियों को उसका लाभ मिल रहा है. हमारे कार्यकर्ता तन-मन-धन से वर्ष 2022 के चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी को विजयी बनाने के लिए काम करेंगे ताकि जो विकास की धारा पूरे प्रदेश में बह रही है वह कैंट विधानसभा क्षेत्र में उससे दोगुनी गति से बह सके. कैंट विधानसभा क्षेत्र के लोगों का और अधिक विकास हो. सुख शांति और समृद्धि की ओर अग्रसर हों. निश्चित रूप से जनता की कोई भी आवश्यकता है तो इस क्षेत्र की आवश्यकता को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा और सरकार उसमें आगे बढ़-चढ़कर हम कार्यकर्ताओं को मदद करेगी.

सवाल : अगर कैंट विधानसभा सीट से आपको विधायक बनने मौका मिलता है तो आपका विकास का विजन क्या होगा?
जवाब : देखिए रोजगार और विकास की दृष्टि से हम कैंट विधानसभा को अलग नहीं कर सकते. उसे वृहद रूप में बरेली महानगर के रूप में देखना पड़ेगा. क्योंकि कैंट विधानसभा एक बरेली महानगर का हिस्सा है. कुछ लोग कैंट विधानसभा क्षेत्र में रहते हैं लेकिन व्यापार दूसरे हिस्सों में करते हैं, वहीं कुछ लोग दूसरे हिस्सों में रहते हैं लेकिन व्यापार कैंट विधानसभा क्षेत्र में करते हैं तो हम इसे बांटकर नहीं देख सकते. चाहे कैंट विधानसभा हो या शहर विधानसभा क्षेत्र हो, दोनों का समुचित विकास एक साथ होगा. शिक्षा के क्षेत्र में, स्वास्थ्य के क्षेत्र में, औद्योगिक क्षेत्र में बरेली आगे बढ़ रहा है. निश्चित रूप से आने वाले समय में इसमें और गति आएगी और रोजगार बढ़ेंगे. रोजगार परक योजनाएं आ रही हैं और यहां बेरोजगारों को रोजगार के अच्छे अवसर निरंतर प्राप्त होंगे.

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