हरियाणा

3 दिन तक किशोर का शव पड़ा रहा दमदमा झील में, पुलिस उलझी सीमा विवाद में

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संजय राघव, सोहना

अपने तीन दोस्तों के साथ रविवार को दमदमा झील में नहाने पहुंचे 16 वर्षीय मोहित की झील में डूबने से मौत हो गई। बड़ी बात यह है कि मोहित के दोस्त लगातार तीन दिनों से सोहना भोंडसी थानों के चक्कर लगाते रहे लेकिन पुलिस ने सीमा विवाद को ज्यादा अहमियत दी लेकिन इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। 3 दिन बाद सोहना सदर पुलिस को सूचना देने के बाद शव को मंगलवार की सुबह बरामद किया गया। परिजनों का आरोप है कि मोहित के डूबने के बाद उसके दोस्तों ने उन्हें घर पर कोई इतना नहीं दी तीनों ही दोस्त 18 वर्ष से कम उम्र के बताए जा रहे हैं इस मामले में गांव दमदमा के युवाओं ने पुलिस की मदद की व उन्हीं की मदद से पुलिस ने शव को मंगलवार की सुबह बरामद कर लिया। पुलिस मामले की कार्रवाई करने में जुटी हुई है

मृतक के दोस्त का कहना है कि घटना के बाद उसकी ओर से पहले भोंडसी फिर सोहना थाना को सूचना दी मगर उनकी सुनी नहीं गई। सोमवार दोपहर बाद दमदमा गांव के ही लोगों ने शव की खोजबीन की मंगलवार की सुबह किशोर का शव दमदमा झील से बरामद हुआ

भोंडसी के शांति कुंज निवासी मोहित रात में घर नहीं पहुंचा तो मां निधि ने खोजबीन शुरू की। पुलिस को भी सूचना दी मगर मोहित का पता नहीं चला। सोमवार को निधि को मोहित के डूबने की जानकारी सोहना सदर थाना की ओर से दी गई जिसके बाद निधि पुलिस कर्मियों के साथ दमदमा झील पहुंची। तैराकी में निपुण गांव दमदमा के ही चार युवकों ने शव की खोजबीन की लेकिन देर शाम तक शव नहीं मिला।

निधि ने बताया कि उनके पति घर पर ही रहते हैं। वह परिवार के गुजर बसर के लिए वह गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में नर्सिंग असिस्टेंट की नौकरी कर रही हैं। रविवार दोपहर लगभग दो बजे उनके बेटे को उसका दोस्त 16 वर्षीय घूमने की बात बोलकर साथ ले गया था। शाम तक मोहित घर नहीं पहुंचा तो उससे पूछा तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।

सोमवार को पुलिस ने फोन कर बताया की उनका बेटा दमदमा झील में डूब गया है। मोहित के झील में डूबने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। जब मोहित पानी में डूब रहा था तो दोस्तों ने बचाव के लिए शोर क्यों नहीं मचाया, स्वजन को क्यों नहीं बताया।

पुलिस की भूमिका रही पर उठ रहे सवाल, थानों के लगातार लगाते रहे चक्कर
जानकारी के अनुसार मोहित के पानी में डूबने की सूचना उसके दोस्तों ने पुलिस चौकी मारुति कुंज को दी थी। वहां से उसे भोंडसी पुलिस थाने भेज दिया गया। भोंडसी थाना पुलिस ने सोहना थाना भेज दिया। इस तरह वह रविवार की रात पुलिस थानों का चक्कर लगाता रहा। इतना ही नहीं मोहित के डूबने से मौत की सूचना सामने आने के बाद भी गोताखोरों का प्रबंध नहीं किया।
इस मामले में थाना प्रभारी उमेश कुमार ने बताया कि मृतक के परिजनों के बयान पर 174 के तहत मामला दर्ज कर दिया है वहीं बोर्ड के द्वारा मृतक का पोस्टमार्टम करवा दिया गया।

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