कुरुक्षेत्र (ओहरी)
इनैलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के प्रश्र पत्र में ब्राह्मण समाज पर की गई अशोभनीय टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हुए सरकार से मांग की है कि आयोग के चेयरमैन भारत भूषण भारती को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। अरोड़ा ने कहा कि यह केवल ब्राह्मण जाति का नहीं बल्कि 36 बिरादरी का अपमान है क्योंकि ब्राह्मण समाज का पथ प्रदर्शक है और सभी बिरादरी के लोग उसे पूजनीय मानते हैं।
अरोड़ा ने इस टिप्पणी को बेहद शर्मनाक बताते हुए आरोप लगाया कि भाजपा समाज को बांटने और आपसी द्वेष फैलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि चयन आयोग के चेयरमैन को बर्खास्त करने के साथ-साथ पूरे आयोग को भंग कर देना चाहिए क्योंकि आयोग नौकरियां बेचने के आरोप में घिरा हुआ है। इनैलो प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि इस मामले को लेकर ब्राह्मण समाज जो भी आंदोलन करेगा, इनैलो उसका समर्थन करेगा। अरोड़ा ने कहा कि किसी जाति के बारे में इस प्रकार की टिप्पणी किया जाना बड़ा ही निंदनीय है। इससे पूरे ब्राह्मण समाज को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि चाहिए तो था कि हरियाणा के मुख्यमंत्री इस मामले पर सामने आकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगते लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा माफी मांगना दूर की बात है, आयोग के चेयरमेन ने भी इस मामले को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी। इनैलो प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि यदि आयोग के चेयरमैन में थोड़ी बहुत नैतिकता बची है तो उन्हें तुरंत प्रभाव से त्याग पत्र दे देना चाहिए था लेकिन भारती तो पद से चिपके हुए बैठे हैं। इससे पहले भी नप पिहोवा के अध्यक्ष पद की कुर्सी को लेकर जो आडियो वायरल हुआ था, उसमें भी भारती पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। मुख्यमंत्री ने विजीलैंस की जांच रिपोर्ट आने से पहले ही भारती को क्लीन चिट दे दी थी। आरोड़ा ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग में नौकरियां बेचने का भंडाफोड़ हुआ। दलालों और कर्मचारियों को तो गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन वे जिनके लिए काम करते थे, उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। अरोड़ा ने आरोप लगाया कि आज प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है और मुख्यमंत्री आंखें मूंदे बैठे हैं। उन्होंने एक बार फिर ब्राह्मण समुदाय को इनैलो की तरफ से पूर्ण समर्थन का भरोसा दिलाते हुए कहा कि ब्राह्मण समुदाय का आशीर्वाद सदा उनके साथ रहा है।