संवाददाता
नई दिल्लीः केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक बैंक फ्रॉड के मामले में गुजरात में छः ठिकानों पर छापेमारी की है। एजेंसी ने मामले में चार मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि इस मामले में 940 करोड़ की हेराफेरी की गई है। पहले मामले में अहमदाबाद स्थित बैंक ऑफ इंडिया की ओर से एक निजी कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ 631.97 करोड़ का चूना लगाने का केस दर्ज किया गया है। बैंक ने कंपनी को क्रेडिट की सुविधा मुहैया करवाई थी।
मामले में आगे आरोप है फॉरेंसिक ऑडिट के दौरान जानकारी मिली कि कंपनी ने फंड को दूसरे मद में स्थानांतरित कर दिया व सब्सिडी व सहयोगी कंपनी के माध्यम से हेराफेरी की। कंपनी ने बिलिंग में भी हेराफेरी की। अंत में कंपनी ने बैंक के कर्ज का भुगतान नहीं किया। अंत में कंपनी का कर्ज एनपीए में बदल गया। एंजेसी को छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण कागजात हासिल हुए।
दूसरे मामले में आंध्र प्रदेश के एक निजी कंपनी के खिलाफ एजेंसी की ओर से छापेमारी की गई है। इस कंपनी ने विशाखापतनम स्थित यूनियन बैंक के धोखाधड़ी की और 228.02 करोड़ का चूना लगाया। इस मामले को लेकर एजेंसी ने आठ ठिकानों पर छापेमारी की।
हेराफेरी के तीसरे मामले में एजेंसी ने हैदराबाद स्थित बंजारा हिल्स के एक निजी कंपनी के खिलाफ तीन ठिकानों पर छापेमारी की। इस मामले में 44.60 करोड़ की हेराफेरी का आरोप है।
वहीं चौथे मामले में मध्य प्रदेश के तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई। इस मामले में 35.55 करोड़ की हेराफेरी का आरोप है।