नीरज सिसौदिया, बरेली
करोड़ों रुपये से तैयार की जा रही सड़क को बनने से पहले ही बदसूरत बनाने की तैयारी विभागीय अधिकारियों ने तेज कर दी है। अधिकारियों की इस मनमानी के खिलाफ भाजपा पार्षद और बरेली विकास प्राधिकरण के सदस्य सतीश चंद्र सक्सेना कातिब उर्फ मम्मा ने नाराजगी जाहिर की है। इस संबंध में उन्होंने नगर आयुक्त और बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को एक पत्र लिखा है जिसकी प्रतिलिपि महापौर डा. उमेश गौतम को भी भेजी है।
नगर आयुक्त को लिखे गए पत्र में सतीश चंद्र सक्सेनस कातिब उर्फ मम्मा ने कहा है कि उन्होंने झूलेलाल द्वार से स्वयंवर बारात घर, राजेंद्र नगर बरेली तक सड़क निर्माण के लिए बरेली विकास प्राधिकरण से 3 करोड़ 27 लाख रुपए स्वीकृत करवाए थे। जिससे सड़क निर्माण शुरू भी हो चुका है। सड़क दोनों और 7. 20 मीटर चौड़ी है। बीच में डिवाइडर तथा ग्रीनरी के लिए स्थान आरक्षित करवाया गया है।
अभी सड़क का कार्य पूर्ण भी नहीं हुआ है और ग्रीनरी भी कंप्लीट हो नहीं पाई है कि एक यूनिपोल की फाउंडेशन रात्रि में ही केके अस्पताल के सामने तथा एक यूनिपोल की फाउंडेशन फोकस अस्पताल के सामने, एक यूनिपोल की फाउंडेशन ओमेगा कोचिंग और चंद्रकांता अस्पताल के पास तथा एक यूनिपोल की फाउंडेशन डॉक्टर एमके मेहरोत्रा के रामेश्वरम क्लीनिक के सामने लग गई है। इन चारों की रात्रि में ही फाउंडेशन सीमेंटेड बनाई गई है जो नितांत निंदनीय कृत्य है। अभी सड़क बनकर तैयार नहीं हो पाई है। डिवाइडर भी बनकर तैयार हो नहीं पाए, ग्रीनरी भी कंप्लीट हो नहीं पाई, इसके बावजूद यूनिपोल की फाउंडेशन तैयार कर ली गई। अत: इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
मम्मा ने मांग की है कि यूनिपोल के लिए तैयार की गई इन फाउंडेशंस को तत्काल उखड़वाकर ग्रीनरी को सुंदर रूप से लगने दिया जाए। हरियाली इस सड़क की खूबसूरती में चार चांद लगाएगी। उन्होंने कहा कि ये यभी फाउंडेशंस नियम विरुद्ध बनाई गई हैं। यदि किसी ने इनकी अनुमति दी है तो उसे निरस्त किया जाए। इस गलत परंपरा को न बढ़ने दें और समाप्त कराएं।
मम्मा ने लिखा है कि यह सड़क बीडीए की ओर से बनाई जा रही है लेकिन बीडीए के उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने उन्हें मैसेज के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया है कि यूनीपोल नगर निगम लगाता है। बीडीए से इसका कोई मतलब नहीं है।