बोकारो थर्मल, रामचंद्र कुमार अंजाना
एक तरफ सरहूल को लेकर आदिवासियों में उत्साह चरम पर थी, सुबह से आदिवासी परिवारों में चहल-पहल और नृत्य-संगीत चल रहा था। अचानक लगभग आठ बजे रविवार की सुबह बोकारो थर्मल-नरकी मुख्य सड़क पर बुड्डगढ्ढा के समीप एक तेज गति से आ रहीं ट्रक से आदिवासी युवक 19 वर्षीय सोनाराम किस्कु को कुचल दिया। जिससे घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। इस घटना से आदिवासी गांव में सरहूल का उत्साव मातम में पसर गया। आदिवासी युवक काच्छो पंचायत के बुड्डगढ्ढा के रहने वाला था।
तीन किमी दूर ग्रामीणों ने ट्रक को पीछाकर पकड़ा : आदिवासी युवक को कुचल कुचलकर भाग रहें ट्रक को ग्रामीणों ने बाइक से पीछाकर लगभग तीन किमी दूर कंजकिरो मोड़ में पकड़ लिया। खलासी किसी तरह भाग गया, लेकिन ड्राईवर ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया। ड्राईवर दीपक साव को ग्रामीणों ने खूंटा में बांधकर जमकर पिटाई कर दी और ट्रक का शीशा तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया।
घटनास्थल पर देर से पहुंची पुलिस : घटनास्थल पर देर से पहुंचने पर पुलिस के प्रति ग्रामीणों का आक्रोश देखा गया। ट्रक मालिक को सहयोग करने की आरोप लगा रहें थे। पुलिस के पहुंचने के बाद भी ग्रामीणों ने ड्राईवर दीपक साव खुट्टे में बांधे रखा।
फैसला होने के पूर्व उसे लगभग सात घंटे बांधकर धुप में बैठाए रखा गया। पुलिस ने कोशिश भी नहीं की धुप में बैठे़ ड्राईवर का हाथ खोल दिया जाए। इसकी जानकारी जब हिन्दुस्तान प्रतिनिधि को मिली तो ग्रामीणों से बात कर ड्राईवर को खूट्टे से खोलकर पेड़ के छाया में पुलिस कस्टड़ी में ले जाया गया। घटना की सूचना मिलने पर नावाडीह संजय शांडिल्य पहुंचे और जनप्रतिनिधियों संग एक वार्ता कर मृतक के आश्रित को सरकारी सुविधा देने की बात कही। वार्ता में जिप सदस्य टिकैत कुमार महतो, विधायक प्रतिनिधि टेकलाल चौधरी, मंजूर आलम, मुखिया कमरूल अंसारी, प्यारेलाल महतो, गौतम कुमार महतो, पूर्व मुखिया करमचंद सोरेन, थाना प्रभारी ऋषिकेश दूबे, सअनि कुलदीप महतो, सोनालाल मुर्मू, मुन्ना कुमार राणा, बिंक्रात मुंडा शामिल थे।
वार्ता के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्डम के लिए तेनुघाट भेज दिया।
मलिक के 1.75 लाख दिया मुआवजा, सात घंटे बाद हटी जाम : मृतक के आश्रित को ट्रक मालिक के द्वारा 1.75 लाख नगद और पॉलिसी का रकम देने की स्वीकृति के बाद लगभग सात घंटे बाद सड़क जाम हटा। दुर्भाग्य से छह माह पूर्व मृतक के पिता का भी मौत हो चुकी है। एक बुढ़ी मां सूरजी देवी, दो बहन और एक भाई है। इसी माह युवक सोनाराम किस्कु की शादी होने वाली थी। बेटे की मौत के बाद मां सूरजी देवी, भाई और दोनों बहनों की रो-रोकर बूरा हाल हो रही थी।