पंजाब

वार्ड -18 : क्या इस बार आम आदमी पर दांव खेलेगी भाजपा? पढ़ें कैसे बढ़ सकती हैं भाजपा पार्षद प्रिंस की मुश्किलें?

Share now

नीरज सिसौदिया, बरेली
नगर निगम की सियासी खींचतान जोर पकड़ने लगी है। कुछ उपेक्षित कांग्रेस नेता जहां आम आदमी पार्टी की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं वहीं भाजपा नेता अपनी ही पार्टी के नेताओं को पटखनी देने की तैयारी में जुटे हैं। विगत विधानसभा चुनाव में जिस तरह से आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की विभिन्न सीटों पर मोबाइल रिपेयर करने वाले आम आदमी जैसे उम्मीदवार मैदान में उतारे और उन उम्मीदवारों ने जीत का परचम लहराया उसी तर्ज पर अब भाजपा में भी आम कार्यकर्ता बड़ी उम्मीदों के साथ पार्टी हाईकमान की ओर टकटकी लगाए हुए है। उसकी भी राजनीतिक महत्वाकांक्षा जागने लगी है और वह भी चुनावी मैदान में उतरकर अपने समाज के लिए कुछ करना चाहता है। भाजपा में आम आदमी को टिकट देने के लिए पहली आवाज वार्ड-18 से आ रही है। यहां पिछली बार भाजपा ने परिवारवाद का झंडा बुलंद करते हुए पूर्व पार्षद अर्जुन सिंह पप्पी के बेटे बलजीत सिंह थिंड उर्फ प्रिंस को मैदान में उतारा था लेकिन इस बार यहां रेलवे स्टेशन रोड पर हिमाचल स्वीट शॉप के नाम से मिठाई की दुकान चलाने वाले संजीव शर्मा उर्फ मिंटू का नाम चर्चा में है। मिंटू शर्मा की साफ सुथरी छवि, सेवा भाव और आम जनता के बीच लोकप्रियता उनकी दावेदारी को मजबूत बनाते हैं। जनता का भी मानना है कि इस बार किसी आम आदमी को ही पार्षद की कुर्सी पर बिठाना है चूंकि स्थापित नेता चुनाव जीतने के बाद जनता से खुद-ब-खुद दूरी बना लेते हैं।

संजीव शर्मा उर्फ मिंटू

दरअसल, पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों ने इस बार नगर निगम चुनावों का सियासी माहौल भी बदल दिया है। वर्तमान की जो राजनीतिक परिस्थितियां हैं उनमें आम आदमी पार्टी का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। कांग्रेस और अकाली नेता भी आम आदमी पार्टी के आला नेताओं के दरवाजों पर हाजिरी लगाते नजर आने लगे हैं लेकिन भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी के रूप में डटी हुई है जिसके कार्यकर्ता बिखरने या टूटने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि भाजपा में टिकट का वितरण तीन आधारों पर किया जाता है। पहला – जनता के बीच लोकप्रियता, दूसरा – कार्यकर्ताओं के बीच स्वीकार्यता और तीसरा आधार संगठन के प्रति समर्पण है। यही वजह है कि भाजपा में कार्यकर्ता दिन-रात इस उम्मीद में मेहनत करता है कि उसे एक न एक दिन इस समर्पण का ईनाम जरूर मिलेगा।

बलजीत सिंह थिंड, पार्षद

यही वजह है कि वार्ड -18 से इस बार हिमाचल सभा के चेयरमैन और एक छोटी सी मिठाई की दुकान चलाने वाले मिंटू शर्मा का नाम पार्षद पद को लेकर चर्चा में है। वैसे तो इस वार्ड से वर्तमान में बलजीत सिंह थिंड पार्षद हैं। वह भी भाजपा से ही हैं। सियासत उन्हें अपने पिता से विरासत में मिली है। उन्हें इस सीट को हासिल करने के लिए कोई बड़ा राजनीतिक संघर्ष नहीं करना पड़ा। वहीं, मिंटू शर्मा भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं। स्थानीय दुकानदारों के साथ ही जनता की आवाज समय-समय पर उठाते रहे हैं। आम आदमी होने के चलते वार्ड के हर व्यक्ति से उनके निजी संबंध भी हैं।
रेलवे स्टेशन रोड पर कपड़े की दुकान चलाने वाले स्थानीय दुकानदार दीपक नैयर कहते हैं कि मिंटू शर्मा कोई नेता नहीं हैं। वह हमारी तरह ही एक आम आदमी हैं जिनमें नेतृत्व करने की भरपूर क्षमता है। वह कहते हैं कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जहां आम कार्यकर्ताओं को भी महत्व दिया जाता है। इस बार नगर निगम चुनाव को लेकर जो माहौल है उसमें जीत उसी पार्टी को मिल सकती है जो परंपरागत नेताओं की जगह किसी नए आम आदमी के चेहरे को पार्टी का चेहरा बनाकर मैदान में उतारेगी।

 

दीपक नैयर, स्थानीय दुकानदार

उन्होंने कहा कि जनता अब स्थापित नेताओं से ऊब चुकी है और वार्ड-18 के लोग अब मिंटू शर्मा जैसे आम आदमी को अपने पार्षद के रूप में देखना चाहती है। अगर पार्टी मिंटू शर्मा को टिकट देती है तो हम सभी छोटे दुकानदार और रेहड़ी पटरी, रिक्शा, ऑटो वाले सब मिलकर उन्हें चुनाव लड़ाएंगे और विजयी बनाएंगे।
बता दें कि मिंटू शर्मा सिर्फ आम जनता के बीच ही लोकप्रिय नहीं हैं बल्कि पार्टी के दिग्गज नेता भी उनकी कर्मठता और व्यवहार कुशलता के मुरीद हैं। दिल्ली के सांसद और नकोदर स्थित सूफी संत लाल बादशाह के गद्दीनशीन हंसराज हंस, कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर सहित कई दिग्गज नेता उनकी हिमाचल स्वीट शॉप दुकान पर आकर उनका मान बढ़ा चुके हैं। विगत विधानसभा चुनाव में मिंटू शर्मा ने भाजपा उम्मीदवार एवं पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया के लिए दिन-रात प्रचार किया। वहीं, केंद्रीय मंत्री सोमप्रकाश के गुट के वह काफी करीबी माने जाते हैं। संघ के पदाधिकारियों के बीच भी उनकी अच्छी छवि है। संगठन के कार्यों में भी वह सक्रिय भूमिका निभाते हैं। हिमाचल प्रदेश तक वह पार्टी के चुनाव प्रचार में हिस्सा लेते रहे हैं। पूर्व कांग्रेस विधायक भी कई बार मिंटू शर्मा को अपने पाले में करने की कोशिश करते रहे मगर मिंटू शर्मा ने हमेशा भाजपा का झंडा ही बुलंद किया।
यही वजह है कि मिंटू शर्मा इस बार मौजूदा पार्षद प्रिंस की मुश्किलें बढ़ाते आ रहे हैं। स्थानीय जनता इस बार मिंटू शर्मा को चुनाव लड़ाने का मन बना चुकी है। साथ ही उन पर नगर निगम चुनाव के भाजपा प्रभारी व पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद से मिलने के लिए दबाव बना रही है। इस संबंध में मिंटू शर्मा का कहना है कि वह भाजपा के सिपाही हैं। पार्टी जिसे टिकट देगी वह उसे पूरे तन -मन – धन से चुनाव लड़ाएंगे। स्थानीय लोग उनके पास रोज आते हैं और पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए कहते हैं। इसलिये उनकी भावनाओं का सम्मान करके हुए नगर निगम चुनाव प्रभारी तीक्ष्ण सूद से मुलाकात कर उन्हें अपना आवेदन सौंपने का निर्णय लिया है। अगर पार्टी मेरे जैसे एक मामूली कार्यकर्ता को चुनाव मैदान में उतरने का आदेश देती है तो मैं चुनाव जरूर लड़ूंगा और वार्ड -18 की सीट जीतकर पार्टी की झोली में डालने का काम करूंगा।

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *