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धरतीपुत्र को नमन: सैफई जाकर चंद्रसेन सागर ने दी श्रद्धांजलि, बरेली में महेंद्र लोधी ने घर पर किया नमन

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नीरज सिसौदिया, बरेली/इटावा
समाजवादी आंदोलन के प्रतीक, गरीबों और किसानों के नेता, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव की तीसरी पुण्यतिथि पर पूरे प्रदेश में भावनात्मक माहौल देखने को मिला। इटावा जिले के सैफई स्थित उनके पैतृक निवास पर सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता और नेता पहुंचे। इन्हीं में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख चंद्रसेन सागर भी शामिल रहे, जिन्होंने ‘धरतीपुत्र’ को श्रद्धांजलि अर्पित की और यादव परिवार से भेंट की।
सैफई में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में चंद्रसेन सागर के साथ लाल सिंह, जबर सिंह, कमल साहू, सचिन यादव और सुधीर यादव भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए कहा कि वे सिर्फ एक नेता नहीं बल्कि किसान, मजदूर और नौजवान के आत्मसम्मान की आवाज थे। उन्होंने समाजवादी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाया और सादगी व संघर्ष से राजनीति में आदर्श की मिसाल कायम की।
चंद्रसेन सागर ने कहा कि नेताजी का जीवन हम सबके लिए प्रेरणा है। उन्होंने सत्ता को सेवा का माध्यम बनाया और अपने पूरे जीवन में समाज के कमजोर तबकों को आवाज दी। उन्होंने कहा कि सपा कार्यकर्ताओं को नेताजी के दिखाए रास्ते पर चलकर सामाजिक न्याय और बराबरी की लड़ाई को आगे बढ़ाना होगा।
फरीदपुर विधानसभा से सपा के टिकट के प्रबल दावेदार माने जाने वाले सागर ने मुलायम सिंह के परिवारजनों से भेंट कर उनके स्वास्थ्य और संगठनात्मक तैयारी की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि नेताजी की सोच को अखिलेश यादव ने नई पीढ़ी में जीवित रखा है, और आने वाले चुनावों में सपा उनके सपनों को साकार करने के लिए मजबूती से उतरने वाली है।
वहीं दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी के बरेली महानगर सचिव महेंद्र सिंह लोधी राजपूत ने भी मुलायम सिंह यादव को अपने घर और पार्टी कार्यालय पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने गरीबों, शोषितों और वंचितों के मसीहा कहे जाने वाले नेताजी को याद करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव हमेशा आम आदमी के पक्ष में खड़े रहे। उनकी राजनीति का आधार जनता थी, न कि सत्ता।


महेंद्र लोधी ने कहा कि नेताजी ने उत्तर प्रदेश की राजनीति को नई दिशा दी और जात-पात से ऊपर उठकर समाज के हर वर्ग को जोड़ा। वे ऐसे नेता थे जिन्होंने हमेशा किसानों, युवाओं, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के हक की लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि समाजवादी कार्यकर्ताओं को नेताजी के आदर्शों को याद रखकर संगठन को मजबूत बनाना चाहिए, क्योंकि यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
लोधी ने अपने निवास और पार्टी कार्यालय पर सादगीपूर्ण तरीके से श्रद्धांजलि सभा आयोजित की, जिसमें समाजवादी पार्टी के कई स्थानीय पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने दो मिनट का मौन रखकर नेताजी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

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