पटना : पटना के आइएमए हॉल में आयोजित कार्यक्रम में यूथ फ़ॉर स्वराज द्वारा मगध रिज़ल्ट आंदोलन के आंदोलनकारियों को मोमेंटो व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया।
सितम्बर 2018 में मगध विश्विद्यालय के 2015-18 सत्र के लगभग 86,000 छात्रों के कॉलेजों की सम्बद्धता रद्द कर दी गई थी और इन्हें डिग्री लेने व तृतीय वर्ष की परीक्षा देने से रोक दिया गया। इस अन्याय से लड़ने के लिए यूथ फ़ॉर स्वराज के नेतृत्व में छात्रों को एकत्रित कर लगभग एक साल तक आंदोलन चलाया गया। यह आंदोलन सड़क और न्यायालय दोनों मोर्चों पर लड़ा गया और अंततः पटना उच्च न्यायालय ने 28 जून, 2019 को आदेश पारित कर सरकार को सभी छात्रों का रिज़ल्ट जारी करने का निर्देश किया।
सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि प्रो डी एम दिवाकर, उच्च न्यायालय में छात्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले आकाश राज, यूथ फ़ॉर स्वराज के राष्ट्रीय महासचिव अमित कुमार और आंदोलन का नेतृत्व करने वाले रवि कुमार शामिल हुए।
सभा को संबोधित करते हुए अमित कुमार ने कहा कि यह आंदोलन बहुत आशाएँ जगाने वाला है और यूथ फ़ॉर स्वराज बिहार में इस आंदोलन को और आगे बढ़ाएगी।
आकाश राज ने केस से जुड़े अपने अनुभव साझा किए और छात्रों को उनके अधिकारों से अवगत कराया। उन्होंनें खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि उन्हें छात्रों के चेहरे पर अलग चमक दिखाई पड़ रही है। आंदोलन का नेतृत्व करने वाले रवि ने अपनी आपबीती सुनाते हुए सबको धन्यवाद कहा।
मुख्य अतिथि प्रो डी एम दिवाकर ने आंदोलनकारी छात्रों व यूथ फ़ॉर स्वराज को बधाई दी और बिहार में शिक्षा आंदोलन की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंनें आने वाले समय के लिए उन्हें शुभकामनाएँ दीं।
यूथ फ़ॉर स्वराज ने बिहार शिक्षा सुधार अंदोलन कोष की घोषणा की, जिसकी शुरूआत रवि ने मगध रिज़ल्ट आंदोलन के शेष रूपए जमा करके किया।
साथ ही, यूथ फ़ॉर स्वराज ने बिहार शिक्षा सुधार आंदोलन चलाने की घोषणा की, जिसकी शुरूआत सेशन लेट के खिलाफ़ आंदोलन चलाकर की जाएगी। इसके लिए एक सर्वे फॉर्म जारी किया गया, जिसे अगले 2 महीने में एक लाख विद्यार्थियों तक पहुँचाने का लक्ष्य है।