हजारीबाग से लौटकर अमित पाठक की विशेष रिपोर्ट
हजारीबाग जनपद के बरही के पन्चमाधव गाँव में स्थित आई लेक्स पब्लिक स्कूल सरकार को अंधेरे में रखकर शिक्षकों को ही चूना लगा रहा है. इस स्कूल में विगत कई वर्षों से कार्यरत शिव कुमार पाठक एवं रीता पाठक को पीएफ की जानकारी मांगने पर स्कूल से निकाल ही निकाल दिया गया. वह 2013 एवं 2015 से आई. लेक्स.पबि्लक स्कूल में बतौर शिक्षक कार्यरत थे।
जनपद हजारी बाग के पांच माधव गाव में अनियमितता से परिपूर्ण इस स्कूल में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षकाओं का पूर्ण शोषण किया जाता है. उनका पीएफ तथा ईएसआई तो दूर समय से वेतन तक नहीं दिया जाता है
जबकि सीबीएसई से मान्यता लेने के नाम पर छठा वेतन मान के हिसाब से बिना बेतन दिए करीब चौदह अध्यपकों से सर्विस बुक भरवा ली तथा हस्ताक्षर करवा लिया गया ।
अध्यापकों ने जब निर्देशक एवं प्रिंसिपल शैलेश कुमार से वेतन मांगा गया तो उन्होंने 15 अध्यापकों को बर्खास्त कर दिया ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्कूल प्रशासन एवं कमेटी की पूर्ण रूप से गुंडागर्दी जारी है और अध्यापकों को डराया धमकाया जा रहा है जिससे उनके मनोबल पर सीधा कुठाराघात हो रहा है।
इस संदर्भ शिक्षक शिव कुमार पाठक ने पीएमओ को पत्र लिख कर सूचित किया है परन्तु अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है । अब देखना यह है कि क्या इस स्कूल की निष्पक्ष जांच होती है या ढाक के तीन पात वाली कहावत ही चरितार्थ होती है। इस संबंध में जब स््कूल प्रबंधन से बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका. अगर वह चाहें तो मोबाइल नंबर 7528022520 पर फोन कर अपना पक्ष दे सकते हैं. हम उसेेभीीप्रमुखता से प्रकाशित करेंगे.