नीरज सिसौदिया, जालंधर
पुडा का होशियार पुर डिवीजन अवैध कॉलोनियों के लिए मशहूर हो चुका है. अगर आप भी अवैध कॉलोनी काटकर करोड़ों के वारे-न्यारे करना चाहते हैं तो पुडा के होशियारपुर डिवीजन के तहत पड़ते इलाकों में कहीं भी अवैध कॉलोनी काट सकते हैं. आपको कोई भी आला अधिकारी परेशान नहीं करेगा क्योंकि निचले स्तर के अधिकारी इस बात को आला अधिकारियों तक पहुंचने ही नहीं देंगे. हां निचले अधिकारियों का हिस्सा जरूर देना होगा लेकिन उससे ज्यादा आप फायदा कमा सकते हैं. पहली किस्त में हमने आपको बताया था कि किस तरह से होशियारपुर के पुराना भंगाला, ऊना रोड आदि इलाकों में अवैध निर्माण व अवैध कॉलोनियों का काला खेल खेला जा रहा है. अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह से पुडा के निचले दर्जे के अधिकारी तोड़ी गई कालोनियों और अवैध दुकानों को तैयार करवा रहे हैं.
पहला मामला गांव बुल्लेवाल का है. यहां अस्पताल के साथ और श्मशान भूमि के सामने अवैध कॉलोनी तैयार की गई है. इसमें आगे की ओर लगभग एक दर्जन से भी अधिक दुकानें तैयार की गई हैं. सूत्र बताते हैं कि इस खेल में पुडा के कुछ जेई और एसडीओ स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं. यही वजह है कि इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही. बस कागजों में ही खानापूर्ति की जा रही है.
दूसरा मामला होशियार पुर जिले के ही गांव चब्बेवाल का है. बताया जाता है कि यहां संधू नाम के कॉलोनाइजर ने अवैध कॉलोनी काटी थी. उस वक्त पुडा के ईओ आर एस गिल थे. गिल से शिकायत हुई तो उन्होंने इस पर डिच चलवा दी थी लेकिन उनका तबादला होते ही निचले अधिकारियों ने इसे फिर से तैयार करवा दिया. नई ईओ को इस बारे में जानकारी तक नहीं दी गई. इतना ही नहीं अब बिना रेगुलराइजेशन के इस कॉलोनी में आगे लगभग 15 से अधिक दुकानें तैयार की जा रही हैं. जिसे कमर्शियल पास कराया जाना चाहिए था लेकिन अधिकारियों ने सरकार की जगह अपना खजाना भरना बेहतर समझा और कॉलोनाइजरों ने उनकी जेबें भर दीं.
इनके अलावा हैरी और बिल्ला नाम के भी दो कॉलोनाइजरों ने होशियारपुर के इलाके में कई अवैध कॉलोनियां काटी हैं जिनके बारे में हम आपको अगली किस्त में विस्तार से बताएंगे. जानने के लिए पढ़ते रहें www.indiatime24.com.
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