बहेड़ी से लौटकर नीरज सिसौदिया की रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी अबकी बार अपने दामन पर कोई दाग नहीं लगने देना चाहती. इसके संकेत बहेड़ी पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और मुख्य प्रवक्ता एमएलसी राजेंद्र चौधरी ने पत्रकारों के साथ खास बातचीत के दौरान दिए. इंडिया टाइम 24 ने जब राजेंद्र चौधरी से पूछा कि क्या पार्टी इस बार आपराधिक छवि वाले नेताओं को विधानसभा का टिकट देगी तो राजेंद्र चौधरी ने स्पष्ट रूप से कहा कि समाजवादी पार्टी ने न तो कभी आपराधिक छवि वाले नेताओं को टिकट दिया है और न ही देगी. आपराधिक छवि वाले नेताओं के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है. समाजवादी पूरी तरह से अपराध के खिलाफ है. जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी तब भी प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज था और जब 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तब भी कानून व्यवस्था का राज कायम रहेगा. राजेंद्र चौधरी आज उत्तराखंड जाते वक्त नसीम अहमद के रेस्तरां पर कुछ देर रुके थे और पत्रकारों से बात कर रहे थे. उनके साथ जिला अध्यक्ष अगम मौर्य, पूर्व विधायक सुल्तान बेग और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे.
बता दें कि समाजवादी पार्टी के टिकट के कई दावेदार नेता आपराधिक छवि के हैं. कई नेताओं पर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं और कई पर संगीन आरोप लगते रहे हैं. इनमें से एक पूर्व मंत्री और 118 बहेड़ी विधानसभा सीट से सपा के टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे अता उर रहमान भी हैं. अता उर रहमान पर उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमीनों पर अवैध कब्जे करने और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को संरक्षण देने के आरोप लगाए हैं. साथ ही गौ तस्करी के आरोप भी उन पर लगते रहे हैं. पूर्व विधायक मंजूर अहमद की हत्या के मामले में भी उनका नाम उछला था हालांकि उन पर आरोप सिद्ध नहीं हो सका है. समाजवादी पार्टी से जुड़े कुछ सिख समुदाय के नेता और ग्राम प्रधानों ने भी उन्हें भूमाफिया बताया है. ऐसे में राजेंद्र चौधरी द्वारा स्पष्ट रूप से यह कहना कि आपराधिक छवि वाले नेताओं को पार्टी किसी भी सूरत में टिकट नहीं देगी, यह संकेत देता है कि आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट के लिए डा. नसीम अहमद का रास्ता साफ है और अता उर रहमान का पत्ता साफ हो सकता है. सिर्फ बहेड़ी सीट ही नहीं बरेली कैंट, फरीदपुर, मीरगंज, भोजीपुरा और बिथरी चैनपुर सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे आपराधिक छवि वाले ऐसे नेताओं का भी टिकट कट सकता है जिन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं या पहले दर्ज रहे हैं और उन्हें रफा-दफा करवा दिया गया है.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने भी पिछले दिनों एक आदेश मेम कहा था कि जो भी प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा उस पर दर्ज आपराधिक मामलों का ब्योरा हर राजनीतिक पार्टी को सार्वजनिक करना होगा. एक तरफ भाजपा समाजवादी पार्टी के खिलाफ आपराधिक प्रवृत्ति वाले नेताओं और समाजवादी सरकार के कार्यकाल में गुंडागर्दी को बढ़ावा देने का आरोप लगाती रही है. साथ ही अपराधियों के एनकाउंटर के नाम पर अपनी पीठ भी थपथपा रही है. ऐसे में अगर समाजवादी पार्टी आपराधिक छवि वाले नेताओं को टिकट देती है तो उसे मुंह की खानी पड़ेगी.
वहीं, सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी से पूछा गया कि भाजपा हिन्दुत्व के ऐजेंडे पर चुनाव जीतती आ रही है, चर्चा है कि इस बार समाजवादी पार्टी भी मुस्लिमों की सीटें कम करने जा रही है, मुसलमानों को समाजवादी पार्टी अबकी बार प्रदेश की 403 में से कितनी सीटें देगी तो राजेंद्र चौधरी ने कहा कि मुस्लिमों को पार्टी कितनी सीटें देगी यह अभी तय नहीं है. हमारा पार्लियामेंट्री बोर्ड इस पर फैसला करेगा. पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक के बाद ही यह तय होगा.
चुनावी मुद्दों की बाबत पूछने पर राजेंद्र चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी जनता के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी. भारतीय जनता पार्टी आरएसएस का राजनीतिक संगठन है. वह विघटनकारी ऐजेंडे पर काम करती है. महंगाई, बेरोजगारी और विकास के मुद्दों पर यह सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है. इन्हीं मुद्दों पर समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ेगी.
भाजपा द्वारा समाजवादी पार्टी की सोच की तुलना तालिबानी सोच से करने के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए राजेंद्र चौधरी ने कहा कि लोगों को बांटने का एजेंडा भाजपा का है. समाजवादी पार्टी का एक ही सिद्धांत रहा है समाजवाद. हम समाजवादी विचारधारा के लोग हैं जो सिर्फ समाजवाद की सोच पर काम करते हैं.
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