नीरज सिसौदिया, बरेली
जॉन एलिया की शायरी और उनकी जिंदगी के बारे में सभी लोगों ने बात की।केक काटा गया और जॉन को बहुत दिल से याद किया गया।इस कार्यक्रम में चार चाँद तब लग गए जब बरेली के मशहूर शायर जनाब वसीम बरेलवी साहब ने फ़ोन पर ही इस नशिस्त में जॉन साहब से जुड़े संस्मरण सुनाये और सब को बधाई दी।
बरेली की तमाम शानदार हस्तियों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की।जनाब सुहैल वहीद,डॉ पवन सक्सेना,डॉ प्रमेन्द्र माहेश्वरी, ह्यूमन चेन की उज़मा कमर,फ़हीम करार,आशीष जौहरी,धर्मेंद्र सिंह बंटी, सौरभ तोमर,राजन, मयंक, भविष्य, अर्पित अग्रवाल सहित तमाम दीवाने शामिल हुए।
शहर के साहित्य प्रेमियों ने मशहूर शायर जॉन ऑलिया का जन्मदिन केक काटकर मनाया और उनकी शायरी और शख्सियत पर चर्चा की। उनकी किताब ‘कुल्ल्यात जॉन आलिया’ के बीच रख कर केक काटा।
इस मौके पर उपनिदेशक सूचना विभाग व वरिष्ठ लेखक सुहेल वहीद ने उनकी जीवनी पर रौशनी डाली और उनके उनके शेर पढ़ कर सुनाए।
”बहुत नज़दीक आते जा रही हो।
बिछड़ने का इरादा कर लिया क्या।”
“हां! दवा दो, मगर यह बतला दो।
मुझको आराम तो नहीं होगा।।”
सुहेल वहीद जी ने बताया कि जॉन एलिया आज के सबसे ज़्यादा पढ़े जाने वाले शायर हैं। वो पहले शायर हैं जिनके नाम की टीशर्ट ऑनलाइन उपलब्ध हैं। ये उनकी मशहूरियत है। उपजा प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉ पवन सक्सेना ने बताया कि जॉन एलिया को हिंदुस्तान से बहुत मुहब्बत थी। वो पाकिस्तान में रहे तो मगर जिये हिंदुस्तान में।
प्रख्यात साहित्यकार और रंगकर्मी डॉ राजेश शर्मा ने कहा कि जॉन एलिया आज की युवा पीढ़ी के महबूब शायर हैं।डॉ राजेश ने जौन की जिंदगी के कुछ किस्सों को भी सुनाया।पाकिस्तान से उनके आने पर उन्हें पाकिस्तानी शायर कहने पर जॉन की आंखों में आँसू आ गए और उन्होंने कहा-
मिलकर तपाक से हमें न कीजिए उदास
खातिर न कीजिये कभी हम भी यहाँ के थे।
डॉ प्रमेन्द्र माहेश्वरी ने उनके अशआर पढ़े
“क्या बताऊं के मर नहीं पाता
जीते जी जब से मर गया हूं मैं”
“हो रहा हूं मैं किस तरह बर्बाद
देखने वाले हाथ मलते हैं”
शायर फहीम क़रार ने उनकी ज़िंदगी चर्चा करते हुए बताया कि जॉन एलिया शोहरत पसन्द नहीं थे। 60 वर्ष की उम्र में उनका पहला ग़ज़ल संग्रह ‘शायद’ आया।
डॉ उज़्मा क़मर ने भी जॉन एलिया के शेर पढ़े और बताया कि सोशल मीडिया पर आजकल जॉन एलिया की धूम है।
इस मौके पर शायर वसीम बरेलवी ने फोन पर जन्मदिन की बधाई दी और जॉन एलिया से जुड़ी यादें ताज़ा कीं।
इस मौके पर धर्मेंद्र सिंह बंटी, आशीष जौहरी, सौरभ सिंह तोमर,राजन,मयंक,भविष्य, अर्पित अग्रवाल आदि मौजूद रहे।