रमेश सन्याल, देहरादून
टनकपुर-जौलजीबी टेंडर घोटाले में सरकार ने FIR दर्ज करने की तैयारी कर ली है। मामले में ठेकेदार और लोक निर्माण विभाग के 5 इंजीनियरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने प्रमुख अभियंता एसके उप्रेती को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
बता दे कि टनकपुर जौलजीबी सड़क का टेंडर हरीश रावत सरकार के अंतिम दिनों में हुआ था। भाजपा सरकार आते ही लोहाघाट की विधायक पूरन फर्त्याल ने इस संबंध में शिकायत की थी। उन्होंने टेंडर में घपला होने का आरोप लगाया था। शिकायत के बाद सरकार ने मामले की जांच लोक निर्माण विभाग के कुमाऊं चीफ बीएन तिवारी और गढ़वाल चीफ ललित मोहन से कराई। जांच में घपले के आरोप सही पाए गए। नहीं बुलाएगी इसके बाद सरकार ने 123 करोड़ के इस टेंडर को निरस्त करते हुए ठेकेदार का रजिस्ट्रेशन रद्द करने का निर्णय लिया था। जांच में यह भी सामने आया है कि लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने ठेकेदार के साथ मिलकर गलत अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर टेंडर हासिल किया। इसी के चलते अब ठेकेदार और अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता स्तर के 5 इंजीनियरों के खिलाफ सरकार मुकदमा दर्ज करने जा रही है। हालांकि इस संबंध में आदेश जारी होने की पुष्टि फिलहाल सरकार की ओर से नहीं की गई है। वहीं लोहाघाट विधायक पूरन फर्त्याल ने आरोप लगाया कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इस मामले में ठेकेदार और दूसरी इंजीनियरों को बचाने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ठेकेदार को तत्काल ब्लैक लिस्टेड किया जाना चाहिए।
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