रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
छत्तीसगढ़ में सड़क हादसे में मारे गये झुमरा के चार लोगों का शव एम्बुलेंस से शुक्रवार की सुबह 10 बजकर 50 मिनट में झुमरा गांव पहुंचा. शवों के पहुंचते ही परिजनों की चीख पुकार से झुमरा गांव दहल गया. आसपास के हजारों लोग शव देखने पहुंचे थे. गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद भी यहां पहले पहुंचे थे. उन्होंने बारी बारी मृतको के घर पहुंचकर रोते-बिलखते परिजनों का ढांढस बंधाने का प्रयास किया. उन्होंने ग्रामीणों से घटना की जानकारी लेते हुए लोगों को काम पर ले जाने वाले बलथरवा के ठेकेदार द्वारिका महतो से दूरभाष पर बात कर आश्रितों को 5-5 लाख मुआवजा दिलाने को कहा है. इस पर उन्होंने उसे डांट भी पिलाइ कि इतना बड़ा हादसा हो गया और उसने परिजनों को सूचित तक नही किया और न ही वह आया. उन्होंने अपने स्तर से 5-5 हजार की तत्काल सहायता आश्रितों को करने की बात कही.
शवों को गाड़ी से उतारने नहीं दे रहे थे ग्रामीण
ग्रामीणों में इस बात का आक्रोश है कि जो ठेकेदार लोगों को लेकर गया था. कहां काम करा रहा था, किस कंपनी से सम्बद्ध था. कोई जानकारी या कंपनी के कोई लोग शवों के साथ नही पहुंचे. ऐसे में मुआवजा आदि की बात किससे करेंगे या इसे लेकर किस कंपनी से बात की जाएगी. इसके चलते ग्रामीण शवों को एम्बुलैंस से नही उतारने दे रहे थे. इस बीच ठेकेदार से स्पष्ट बात की गयी कि जबतक एफआइआर कॉपी उपलब्ध नही कराई जाएगी, जिससे की मृतकों की संबद्धता का कंपनी से प्रमाण नही होता, तबतक शव नही लेंगे.
बता दें कि बुधवार की देर रात एक साईट से दूसरे साईट में शिफ्ट होने के क्रम में सिमगा थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में करीब साढ़े 12 बजे 4 लोगों की मौत हो गयी थी और करीब 14 लोग घायल हो गये थे.