रामचंद्र कुमार अंजाना, बोकारो थर्मल
बोकारो थर्मल के कोनार नदी तट पर शनिवार को पानी में तैरते दो छात्राओं का शव मिला है। नदी में शव मिलने से सनसनी फैल गयी है। दोनों छात्राएं आपस में ममेरी-फुफेरी बहन है। दोनों बहनों का हाथ एक-दूसरे से बंधा है। दोनों युवतियों में से एक रामगढ़ की रहने वाली 18 वर्षीय नेहा कुमारी थी, नेहा रामगढ़ के कुजू निवासी अशोक राम की पुत्री है। जबकि दूसरी निशनहाट बोकारो थर्मल के रहने वाले जगदीश राम की 19 वर्षीय पुत्री सिमरन कुमारी है। दोनों ही लड़कियां स्नातक काॅर्मस पार्ट-दो की छात्राएं थी।
सिमरन स्थानीय डिग्री काॅलेज की छात्रा थी। अब ये हत्या है या आत्महत्या इसकी जांच में पुलिस जुटी है। बोकारो थर्मल के कोनार नदी किनारे दो-दो शव मिलने के बाद इलाके के लोग सकते में हैं। शव को देखने के बाद प्रथम दृश्या ये आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। लेकिन पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल तफ्तीश जारी है।
25 अप्रैल से थीं लापता-दोनों युवतियां रिश्ते में ममेरी और फुफेरी बहन थी। और दोनों ही बोकारो थर्मल स्थित जगदीश राम के घर से बुधवार को 25 अप्रैल को बाजार जाने के बात कहकर घर से निकली थी। और उसके बाद से कोई सुराग नहीं मिल रहा था। जिसे लेकर स्थानीय पुलिस को सूचना दी गयी है। दोनों लड़कियों में से एक का बायां, दूसरे के दाहिने हाथ दुपट्टा से बंधा हुआ था। मामले की जानकारी मिलने के बाद इंस्पेक्टर परमेश्वर लेयांगी व सअनि प्रेम मोहन झा दल-बल के साथ कोनार नदी पहुंचे और दोनो शवों को नदी निकालकर शिनाख्त कराया। शिनाख्त के बाद शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा उनके परिजनों को सौंप दिया। ये सुसाइड का मामला है कि नहीं पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट पता चल पायेगा। पुलिस हर विंदु पर जांच कर रहीं है। पुलिस ने नेहा के पाॅकेट से एक मोबाइल फोन बरामद किया है।
इंस्पेक्टर परमेश्वर लेयांगी ने कहा कि सिमरन के पिता जगदीश राम के घर से एक नोट भी बरामद किया गया है जिसमें सिमरन ने लिखा है कि वह बीए पार्ट-दो की छात्रा है। हम अपने मां-बाप की बोझ नहीं बनना चाहती हुॅ।
सिमरन प्रतिभाशाली छात्रा थी- प्रभारी प्राचार्य
डिग्री काॅलेज के प्रभारी प्राचार्य डाॅ.दशरथ महतो ने कहा कि घटना दुखद है। हमारी काॅलेज परिवार उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करती है। सिमरन प्रतिभाशाली छात्रा थी। पढा़ई को लेकर हमेशा गंभीर रहती थी।