हरियाणा

घरों में शौचालय योजना टांय-टांय फिस्स

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सोहना, संजय राघव
सोहना कस्बे में गरीब परिवारों के घरों में शौचालयों का निर्माण कराए जाने की योजना टांय-टांय फ़ीस होकर रह गई है| नगरपरिषद् विभाग में हजारों आवेदकों के आवेदन धूल फांक रहे हैं| विभाग ने ऐसे आवेदकों को रद्द कर डाला है| ऐसा होने से कस्बे में शौचालय निर्माण की योजना अधर में लटक गई है| नागरिक शौचालय का निर्माण ना होने से विभाग को कोस रहे हैं| वहीं दूसरी ओर नगरपरिषद् विभाग ने मात्र 202 शौचालयों का निर्माण कराकर योजना की इतिश्री कर डाली है|
विदित है कि गत् वर्ष 2015 में स्वच्छ भारत मिशन (आईएचएचएल) के तहत कस्बे में सरकार द्वारा शौचालयों का निर्माण कराए जाने की योजना को हरी झंड़ी प्रदान की थी जिसके तहत सरकार ने नागरिकों से आवेदन पत्र व अन्य दस्तावेज हासिल किए थे| योजना अनुसार शौचालयों के ना होने पर लोगों को निर्माण कराने के लिए प्रेरित किया गया था तथा शौचालयों का निर्माण कराए जाने पर 14 हजार रूपए की राशी दो किश्तों में नागरिकों को प्रदान की जानी तय की गई है| योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए नगरपरिषद् विभाग ने नागरिकों से आवेदन पत्र हासिल किए थे किन्तु हैरत की बात है कि करीब तीन साल बीत जाने के बाद भी आवेदकों के घर में शौचालयों का निर्माण विभाग द्वारा नहीं कराया गया है| खबर है कि परिषद् विभाग ने नागरिकों के आवेदनों को समाप्त कर डाला है जो कार्यालय में धूल फांक रहे हैं| विभाग ने मात्र 202 आवेदनों को सही मानकर शौचालयों का निर्माण कराया है| ऐसा होने से हजारों की संख्या में नागरिक शौचालयों से वंचित हैं जिनके घरों में वर्तमान में भी शौचालय नहीं हैं| नागरिक खूबीराम ने बताया कि उन्होंने योजना के तहत समस्त दस्तावेज परिषद् कार्यालय में जमा कराए थे किन्तु आज तक भी शौचालय का निर्माण नहीं किया गया है| वहीं दूसरी ओर नगरपरिषद् कार्यकारी अधिकारी विजयकुमार पोसवाल कहते हैं कि विभाग ने 202 शौचालयों का निर्माण कराया है तथा 240 शौचालय बनाए जाने की माँग सरकार को लिखित रूप में भेज दी है| उन्होंने यह भी बताया कि आवेदकों के आवेदन पत्र अपूर्ण होने के कारण उनको रद्द कर दिया गया है|

ठेकेदार व सफाई कर्मचारियों को नोटिस 

सोहना ! सोहना नगरपरिषद् विभाग ने हड़ताली सफाई कर्मचारियों के खिलाफ कड़ा रुख अपना लिया है| विभाग ने ऐसे कर्मचारियों व एजेंसी ठेकेदार को नोटिस जारी कर दिए हैं जिसमें हड़ताल करने पर उनकी सेवाएँ समाप्त करने को कहा है| विभाग ने एस्मा लागू होने पर आपराधिक मामला दर्ज कराए जाने के निर्देश भी दिए हैं| ऐसा होने से सफाई कर्मचारियों में हडकंप व बेचैनी व्याप्त है| कर्मचारी मंगलवार को भी अपनी माँगों को लेकर परिषद् कार्यालय के गेट पर धरने पर बैठे थे|
सरकार द्वारा हड़ताली सफाई कर्मचारियों पर एस्मा कानून लागू किए जाने से कर्मचारियों में बेचैनी व्याप्त है| सरकार ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों के खिलाफ कड़े निर्णय लिए जाने के फरमान जारी कर दिए हैं| उक्त आदेश सोहना नगरपरिषद् विभाग में भी प्राप्त हो चुके हैं| विभाग ने हड़ताल पर बैठे सफाई कर्मचारियों व एजेंसी ठेकेदार को लिखित नोटिस जारी करके काम पर वापिस लौटने को कहा है| विभाग ने चेतावनी दी है कि अगर सफाईकर्मी कार्य नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ एस्मा कानून के तहत आपराधिक मामला दर्ज कराया जाएगा| विदित है कि कस्बे में सफाई कर्मचारी करीब एक सप्ताह से हड़ताल पर हैं जिससे सफाई व्यवस्था का दिवाला पिट चुका है| कस्बे के बाजारों, गलियों, मौहल्लों में गंदगी के ढेर लगे पड़े हैं| नालियों की सफाई ना होने से गंदा व दूषित पानी सड़कों पर बह रहा है| बाजारों में दुकानदार गंदगी होने से काफी परेशान हैं| कस्बे में सफाई ना होने से भीषण गर्मी के चलते भयंकर बीमारियाँ फैलने की संभावना बढ़ने लगी हैं| नगरपरिषद् के कार्यकारी अधिकारी विजय कुमार पोसवाल ने बताया कि सरकार द्वारा एस्मा कानून लागू कर दिया गया है| विभाग ने हड़ताली कर्मचारी व एजेंसी ठेकदार को नोटिस जारी कर दिए हैं अगर कर्मचारी हड़ताल से पीछे नहीं हटे और उन्होंने सफाई कार्य में बाधा डालने की कोशिश की तो उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया जाएगा| उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही वैकल्पिक सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराकर कस्बे को साफ-सुथरा किया जाएगा|

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