कुरुक्षेत्र, ओहरी
सिख राज की पहली राजधानी किला लौहगढ़ परियोजना को शीघ्र ही अंतिम रूप दिया जाएगा। गुरुद्वारा साहिब के भवन में जल्द ही पत्थर लगाने और चारदिवारी कर दी जाएगी। यह जानकारी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर के वरिष्ठ उपप्रधान रघुजीत सिंह विर्क ने दी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए वरिष्ठ उपप्रधान रघुजीत सिंह विर्क ने किला लौहगढ़ में संपन्न हुए महान गुरमत समागम में हजारों की सं या में शिरकत करने पर संगत का आभार भी जताया। किला लौहगढ़ परियोजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि साल 2002 में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा लौहगढ़ में जमीन खरीदी गई थी, जिस पर पिछले साल गुरुद्वारा साहिब के भवन का काम शुरु किया गया था। अब यह भवन बन कर तैयार हो चुका है। भवन में सिर्फ पत्थर लगाने का कार्य शेष है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। महान गुरमत समागम में शामिल होने पर वरिष्ठ उपप्रधान ने संत-महापुरुषों, सिख जत्थेबंदियों व निहंग जत्थेबंदियों का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा स्थापित सिख राज की पहली राजधानी में उमड़ा संगत का सैलाब श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रति संगत की श्रद्धा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हर साल लौहगढ़ में सिख राज की पहली राजधानी का स्थापना दिवस मनाएगी। उन्होंने उ मीद जताई कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा भविष्य में करवाए जाने वाले के प्रत्येक समागम में भारी सं या में संगत शिरकत करेगी। वरिष्ठ उपप्रधान ने कहा कि लौहगढ़ में हुए महान गुरमत समागम में उमड़ा श्रद्धा का जनसैलाब एसजीपीसी के पूर्व वरिष्ठ उप्रपधान जत्थेदार बलदेव सिंह कैमपुर, अंतरिम कमेटी के मैंबर बाबा गुरमीत सिंह तिलोकेवाला, शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष शरणजीत सिंह सौथा, एसजीपीसी मैंबर भूपिंदर सिंह असंध, हरभजन सिंह मसाना, बलदेव सिंह खालसा, बीबी मनजीत कौर गधौला, बीबी अमरजीत कौर बाड़ा, अमीर सिंह रसीदां व जगसीर सिंह मांगेआना के सहयोग और प्रचार का नतीजा है।