एजाज अंसारी, मधुबनी
सकरी थाना क्षेत्र के जरहटिया माली टोल निवासी उमेश पासवान हत्याकांड में पुलिस ने हत्यारोपित किरण देवी को भी गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद से ही पुलिस इसकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही थी। इस मामले के दो आरोपित पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
यह जानकारी मंगलवार को अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित प्रेसवार्ता में सदर एसडीपीओ कामिनी बाला ने दी। बताया कि हत्यारोपित किरण देवी जब नेपाल भागने की फिराक में थी तो पुलिस ने गुप्त सूचना पर भारत-नेपाल सीमा पर घात लगाकर मंगलवार की सुबह जटही बोर्डर के पास से दबोच लिया। जबकि इस हत्याकांड के अन्य दो आरोपित मोकरमपुर सूड़ी टोला निवासी राम विलास राम और कनकपुर निवासी मोहित पासवान उर्फ गणपति पासवान को पुलिस चार जून को ही जेल भेज चुकी है। बताया कि हत्यारोपित मृतक की पत्नी किरण देवी के गिरफ्तारी को लेकर सदर एसडीपीओ कामिनी बाला के नेतृत्व में टास्क फोर्स का गठन किया गया। इसमें सकरी थानाध्यक्ष राजेश कुमार, पुअनि लाल बाबू पासवान, सअनि फहीम खां व महिला सिपाही अनुराधा कुमारी शामिल किए गए थे। किरण देवी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए कठिन काम हो गया था। लेकिन, टास्क फोर्स ने सूचना संग्रह करते हुए ताबड़तोड़ संभावित जगहों पर छापेमारी की। आखिरकार मंगलवार की सुबह जटही बॉर्डर के पास से किरण देवी को गिरफ्तार कर लिया। इस हत्याकांड की प्राथमिकी मृतक उमेश पासवान के पिता योगेन्द्र पासवान के आवेदन के आधार पर सकरी थाना कांड संख्या-73/18 के तहत मृतका की पत्नी किरण देवी, राम विलास राम और मोहित पासवान उर्फ गणपति पासवान के विरूद्ध दर्ज की गई है। इसमें मृतक के पिता योगेन्द्र पासवान ने उल्लेख किया है कि उनकी पुत्रवधू किरण देवी ने अपने दोस्त राम विलास राम तथा मोहित पासवान उर्फ गणपति पासवान संग मिलकर उनके पुत्र उमेश पासवान की हत्या कर दी। वहीं गिरफ्तार किए गए हत्याभियुक्त राम विलास राम एवं मोहित पासवान उर्फ गणपति पासवान ने उमेश पासवान की हत्या करने में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। गिरफ्तार किए गए दोनों हत्यारोपितों ने पूछताछ में पुलिस को जानकारी दी। बताया कि किरण देवी के कहने पर ही वे लोग उनके पति उमेश पासवान को उनके ही घर में हत्या की घटना को अंजाम दे डाला।